नाव हादसे के बाद कई टूरिस्ट सेवाएं ठप
नाव हादसे के बाद बिहार पर्यटन विकास निगम की कई महत्वपूर्ण टूरिस्ट सेवाएं अबतक ठप पड़ी हुई हैं। इसमें गांधी घाट पर संचालित हो रही गंगा आरती, फ्लोटिंग रेस्तरां सहित राज्य के दार्शनिक स्थलों के लिए बस...
नाव हादसे के बाद बिहार पर्यटन विकास निगम की कई महत्वपूर्ण टूरिस्ट सेवाएं अबतक ठप पड़ी हुई हैं। इसमें गांधी घाट पर संचालित हो रही गंगा आरती, फ्लोटिंग रेस्तरां सहित राज्य के दार्शनिक स्थलों के लिए बस सेवाएं शामिल हैं। बिहार पर्यटन विकास निगम इन सभी सेवाओं के संचालन के लिए किसी तरह की पहल नहीं कर रही है।
बतादें कि 14 जनवरी को मकर संक्रांति के दिन पतंगोत्सव के दौरान दियारा क्षेत्र में नाव हादसा हुआ था। उस समय से ये सभी टूरिस्ट सेवाएं बदहाल स्थिति में पड़ी हुई हैं। गंगा आरती और जहाज के लिए डीएम ने की थी पहलगंगा आरती और जहाज के संचालन के लिए दो हफ्ते पहले डीएम ने पहल की थी। निगम के जीएम को इसके लिए गांधी घाट पर मूलभूत सुविधाओं को बहाल करने का निर्देश मिला था। निगम ने इसको लेकर कार्रवाई अबतक शुरू नहीं की। सुविधाएं जो बहाल होनी है, उसमें शौचालय, पीने का पानी, वाच टावर व गंगा किनारे बैरिकेडिंग होनी है। मार्च तक चलनी थी टूर पैकेज वाली बसेंबोधगया, राजगीर और नालंदा के लिए 31 मार्च तक टूर पैकेज वाली बसों का संचालन होना निर्धारित था। लेकिन नाव हादसे के बाद संचालन व्यवस्था अस्त-व्यस्त हो गई। निगम अधिकारी के अनुसार बोधगया के लिए नाव हादसे के समय बस सेवाएं बंद थीं। राजगीर, नालंदा के लिए दो हफ्ते से बस सेवाएं प्रभावित हुई हैं। इसका मूल कारण टूरिस्टों का न आना बताया जा रहा है। कोट : नाव हादसे के बाद जो भी टूरिस्ट सेवाओं पर असर पड़ा है उसे देखेंगे। मुझे जानकारी नहीं है कि किस कारण से बंद पड़ी है। - केशव रंजन प्रसाद, एमडी, बिहार पर्यटन विकास निगम