एनआइओएस और बीबोस से जुड़ेगी आईएससी कृषि की पढ़ाई
कृषि विषय के साथ इंटर में नामांकन कराने वाले छात्रों के लिए अच्छी खबर है। सरकार ने इस कोर्स को राष्ट्रीय मुक्त विद्यालयी संस्थान (एनआईओएस) और बिहार बोर्ड ऑफ ओपेन स्कूल (बीबोस) से जोड़ने का फैसला किया...
कृषि विषय के साथ इंटर में नामांकन कराने वाले छात्रों के लिए अच्छी खबर है। सरकार ने इस कोर्स को राष्ट्रीय मुक्त विद्यालयी संस्थान (एनआईओएस) और बिहार बोर्ड ऑफ ओपेन स्कूल (बीबोस) से जोड़ने का फैसला किया है। इसी के साथ 12वीं में जाने वाले पहले बैच के लिए पुस्तक की व्यवस्था कर ली गई है।
कृषि विभाग में हुई बैठक में यह फैसला लिया गया। बैठक में बिहार विद्यालय परीक्षा समिति को पहले बैच के छात्रों का निबंधन करने के साथ उनकी परीक्षा की पूरी व्यवस्था करने को कहा गया है। नई पुस्तक को नेशनल काउंसिल ऑफ एजुकेशनल रिसर्च एंड ट्रेनिंग (एनसीईआरटी) से मंजूरी मिल गई है। एनआइओएस और बीबोस से जोड़ने के कारण अब इन विषयों से छात्र ओपेन स्कूल से भी परीक्षा दे सकेंगे।
राज्य के 14 सर्वोदय विद्यालयों में कृषि विषय के साथ इंटर की पढ़ाई शुरू की गई है। इन विद्यालयों में इंटर सायंस की तर्ज पर इंटर साइंस कृषि (आईएससी एजी) की शिक्षा दी जा रही है। पहले बैच में 360 छात्रों ने नामांकन लिया है। अब ये सभी छात्र 11वीं पास कर 12वीं कक्षा में जाएंगे। सरकार ने इनके लिए पुस्तक की व्यवस्था करा ली है। इंटर में कृषि पढ़ने को इच्छुक छात्रों के लिए दो विषय समूह बनाये गये हैं। ऐसे छात्रों के लिए कृषि के साथ केमेस्ट्री पढ़ना जरूरी है, लेकिन तीसरे विषय के रूप में वह फिजिक्सि या बायोलॉजी रख सकते हैं। यानी पहला समूह फिजिक्स, केमेस्ट्री और एग्रीकल्चर (पीसीए) का होगा तो दूसरा समूह बायोलॉजी, केमेस्ट्री और एग्रीकल्चर (बीसीए) का।
आईएससी एग्रीकल्चर की पढ़ाई करने वाले सर्वोदय स्कूल
पटना, गया, वैशाली, मुजफ्फरपुर, पश्चिम चंपारण, सारण, पूर्णिया, सुपौल, मधेपुरा, बांका, मुंगेर, जमुई, कटिहार और दरभंगा
कोट
नई व्यवस्था से छात्रों को सुविधा होगी। जो छात्र फेल करेंगे वह बीबोस और एनआईओएस से परीक्षा दे सकेंगे। इससे उनका साल बर्बाद नहीं होगा।
- विजय प्रकाश, कृषि उत्पादन आयुक्त