कॉपियों के मूल्यांकन को लेकर तकरार बरकरार
पिछले एक सप्ताह से आंदोलनकारी शिक्षकों पर कार्रवाई का अल्टीमेटम भी बेअसर दिख रहा है, क्योंकि अब तक न तो उनपर कार्रवाई हुई और नहीं मूल्यांकन ही शुरू हो सका है। इंटर के दोनों मूल्यांकन केन्द्रो पर 27...
पिछले एक सप्ताह से आंदोलनकारी शिक्षकों पर कार्रवाई का अल्टीमेटम भी बेअसर दिख रहा है, क्योंकि अब तक न तो उनपर कार्रवाई हुई और नहीं मूल्यांकन ही शुरू हो सका है। इंटर के दोनों मूल्यांकन केन्द्रो पर 27 वें तो मैट्रिक के पांच केन्द्रों पर 10 वें दिन भी कॉपी रखी गयी वज्रगृह के ताले तक नहीं खुले। हालांकि केन्द्रों पर प्रशासनिक गतिविधियां बढ़ गई हंै। मूल्यांकन शुरू कराने के लिए केन्द्रों पर सीसीटीवी भी लगा दिए गये हंै। गतिविधियों की मॉनिटरिंग के लिए पदाधिकारियों की प्रतिनियुक्ति भी कर दी गयी है। केन्द्र निदेशकों पर भी एफआईआर का अल्टीमेटम प्रशासन के द्वारा दिया जा रहा है लेकिन मामला सिफर है। लोगों के जेहन में उठ रहा है कि कहीं सच्चाई कुछ और तो नहीं! कागजों में ही पुलिस बल की तैनाती की गई है।
पांच बीईओ बनाये गए मॉनिटरिंग अफसर
मूल्यांकन केन्द्रों पर सीसीटीवी से मॉनिटरिंग करने का जिम्मा पांच बीईओ के जिम्मे दिया गया है। मूल्यांकन निदेशक के कक्ष में बैठ कर सीसीटीवी के प्रसारण को देखेंगे। बी सेमिनरी केन्द्र पर प्रतिनियुक्त नगरा बीईओ डॉ द्विजेंद्र राय ने बताया कि सीसीटीवी लगा दिया गया है लेकिन अब तक किसी परीक्षक ने योगदान नहीं किया जिसके कारण मूल्यांकन शुरू नहीं हो सका। गर्ल्स हाईस्कूल में सदर बीईओ श्री राम महतो, एलएनबी उच्च विद्यालय में नगर बीईओ योगेंद्र राम, राजेंद्र कॉलेजिएट केन्द्र पर बनियापुर बीईओ ब्रजकिशोर सिंह और सारण एकेडमी पर जलालपुर बीईओ ललन महतो को मॉनिटरिंग पदाधिकारी बनाया गया है। मूल्यांकन केन्द्रों पर पूर्व से नियुक्त परीक्षकों की सूची को डीईओ ने बोर्ड को भेजते हुए कार्रवाई की अनुशंसा की है। जो शिक्षक योगदान नहीं करेंगे, योगदान के बाद भी कॉपी की जांच नहीं करेंगे या जांचने वालों को रोकने का प्रयास करेंगे, उनपर परीक्षा की धारा अधिनियम 81 के तहत एफआईआर दर्ज की जाएगी।