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नर्सरी एडमिशन: 15 फरवरी को जारी होगी कटऑफ

दिल्ली सरकार ने ईडब्ल्यूएस के अभिभावकों को बड़ी राहत दी है। सरकारी पोर्टल पर ऑनलाइन आवेदन के बाद स्कूल मेरिट जारी नहीं करेंगे। शिक्षा निदेशालय के पोर्टल पर 15 फरवरी को कटऑफ जारी होगी। बाकायदा मोबाइल...

नर्सरी एडमिशन: 15 फरवरी को जारी होगी कटऑफ
लाइव हिन्दुस्तान टीमSun, 24 Jan 2016 07:33 PM
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दिल्ली सरकार ने ईडब्ल्यूएस के अभिभावकों को बड़ी राहत दी है। सरकारी पोर्टल पर ऑनलाइन आवेदन के बाद स्कूल मेरिट जारी नहीं करेंगे। शिक्षा निदेशालय के पोर्टल पर 15 फरवरी को कटऑफ जारी होगी। बाकायदा मोबाइल पर एसएमएस आएगा।

निदेशालय के एक वरिष्ठ ने बताया कि इस बाबत फैसला लिया जा चुका है। इस वर्ग की दो तरह से कटऑफ जारी होगी। एक कटऑफ सरकारी पोर्टल पर आएगी। ये कटऑफ उन स्कूलों की सीटों के लिए होगी जिनका ऑनलाइन आवेदन सरकारी पोर्टल पर हो रहा है। दूसरी तरह की कटऑफ ऑफलाइन आवेदन वाली होगी। इसे स्कूल जारी करेंगे। ऐसे स्कूल अपने स्तर पर लॉटरी की प्रक्रिया अपनाएंगे। ध्यान रहें कि कटऑफ में नाम आने के बाद अभिभावकों को आवेदन और कटऑफ का प्रिंट लेकर स्कूल जाना होगा। प्रिंट जमा करने के बाद सीट मिलेगी। स्कूल इस मेरिट को खारिज नहीं कर सकेंगे। इतना ही नहीं, हर स्कूल सीटों का ब्योरा देंगे। सीटें भरी हैं या नहीं, इसकी जानकारी निदेशालय की वेबसाइट से भी हासिल की जा सकती है। 31 मार्च तक दाखिले होंगे। 15 फरवरी से 31 मार्च तक कई चरणों में कटऑफ जारी होती रहेंगी।

फीस भरने का समय अलग: मेरिट के बाद स्कूल फीस जमा करने का समय देंगे। हर स्कूल का समय अलग होगा। इसमें सरकार की कोई भूमिका नहीं होगी। फीस भरने के बादी ही सीट पक्की मानी जाएगी। ऐसे में अभिभावकों को चाहिए कि वे स्कूल से संपर्क करें। बहरहाल, सीट न मिलने का कारण भी स्कूल से पूछा जा सकता है। हर स्कूल को बताना होगा कि किन कारणों की वजह से बच्चे का नाम मेरिट में नहीं आया। कोई भी स्कूल वजह बताने से मना नहीं कर सकता। पिछले साल तक स्कूल वजह नहीं बताते थे। अभिभावकों की शिकायतों के बाद सरकार की ओर से वजह बताने की व्यवस्था की गई।

पहली पाली से दूसरी पाली में ट्रांसफर नहीं : यदि कोई अभिभावक अपने बच्चे का दाखिला किसी स्कूल की सुबह की पाली में करा देता है तो वह बाद में उसी स्कूल की दूसरी पाली में ट्रांसफर नहीं करा सकेगा। क्योंकि सुबह के स्कूल दूसरी पाली के स्कूल से स्वतंत्र होंगे। ये उनके एक्सटेंशन नहीं कहलाएंगे। इनका टीचिंग व नॉन टीचिंग स्टाफ भी अलग होगा। गौरतलब है कि नए सत्र से कुछ स्कूलों में सुबह के स्कूलों के अलावा उन्हीं स्कूलों में दूसरी पाली भी शुरू होगी। दूसरी पाली के स्कूल सुबह के स्कूलों से स्वतंत्र होंगे। इनमें दाखिला सिर्फ दूरी के मानदंड के आधार पर होगा यानी पड़ोस में रहने वाले छात्रों को प्राथमिकता मिलेगा।
 
 

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