जेएनयू छात्रसंघ ने प्रोफेसर के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने की मांग की
जेएनयू छात्रसंघ ने विश्वविद्यालय के एक प्रोफेसर के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराने की मांग की है जिसे पिछले महीने विश्वविद्यालय की जांच कमेटी ने प्रोफेसर के मार्गदर्शन में शोध कर रही एक विदेशी छात्रा के...
जेएनयू छात्रसंघ ने विश्वविद्यालय के एक प्रोफेसर के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराने की मांग की है जिसे पिछले महीने विश्वविद्यालय की जांच कमेटी ने प्रोफेसर के मार्गदर्शन में शोध कर रही एक विदेशी छात्रा के कथित यौन उत्पीड़न के मामले में दोषी माना था।
ऐसे मामलों से निपटने के लिए बनी विश्वविद्यालय की इकाई यौन उत्पीड़न के खिलाफ लिंग संवेदीकरण समिति ने प्रोफेसर को दोषी माना, जिसके बाद 21 दिसंबर को जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय ने समाज विज्ञान विभाग में सहायक प्रोफेसर की सेवा खत्म कर दी थी। शिकायतकर्ता बांग्लादेश की नागरिक है।
वह प्रोफेसर के मागदर्शन में शोधकार्य कर रही थी। छात्र संघ ने मंगलवार को मांग की कि विश्वविद्यालय पुलिस में भी मामले को दर्ज कराए क्योंकि यौन उत्पीड़न एक दंडनीय अपराध है। छात्र अपनी मांग के समर्थन में बुधवार को परिसर से वसंतकुंज थाने तक मार्च करेंगे ।
जेएनयूएसयू के संयुक्त सचिव सौरभ कुमार शर्मा ने कहा कि विश्वविद्यालय ने शिकायतों को क्यों दबा रखा है बलात्कार जैसे बर्बर अपराधों के लिए सजा के तौर पर बर्खास्त किया जाना ही काफी नहीं है। यह एक दंडनीय अपराध है और हम प्राथमिकी दर्ज कराने की मांग करते हैं जिससे कि उन्हें सजा मिल सकें। बहरहाल विश्वविद्यालय के प्रवक्ता ने मामले को गोपनीय बताते हुए इस पर प्रतिक्रिया देने से इंकार कर दिया। बार बार फोन और मैसेज के बाद भी प्रोफेसर से जवाब नहीं मिल पाया।