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सरकारी स्कूलों में होगी अग्रेजी माध्यम से पढ़ाई

प्रदेश के सरकारी स्कूल अब निजी स्कूलों को टक्कर देगा। वर्ष 2017-18 के शैक्षणिक सत्र से सरकारी स्कूलों में अग्रेजी माध्यम से पढ़ाई शुरू करने की तैयारी है। प्रथम चरण में प्रत्येक ब्लॉक के दो-दो स्कूलों...

सरकारी स्कूलों में होगी अग्रेजी माध्यम से पढ़ाई
लाइव हिन्दुस्तान टीमSun, 26 Feb 2017 07:28 PM
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प्रदेश के सरकारी स्कूल अब निजी स्कूलों को टक्कर देगा। वर्ष 2017-18 के शैक्षणिक सत्र से सरकारी स्कूलों में अग्रेजी माध्यम से पढ़ाई शुरू करने की तैयारी है। प्रथम चरण में प्रत्येक ब्लॉक के दो-दो स्कूलों चुना जाएगा। इसके लिए स्कूलों से जल्द आवेदन लेने की प्रकिया शुरु कर दी जाएगी। जिले के चार स्कूलों के छात्र अग्रेजी माध्यम से पढ़ाई कर सकेंगे।

प्रदेश के विभिन्न जिलों में करीब 119 ब्लॉक हैं। इन सभी ब्लाक के दो-दो स्कूलों में नई व्यवस्था को शामिल करना है। इसे लागू होने के बाद जहां सरकारी स्कूलों में शिक्षा का स्तर सुधरेगा, वहीं छात्राओं को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा भी मिलेगी। 18 फरवरी को गुड़गांव के एससीईआरटी कार्यालय में जिला शिक्षा अधिकारी और जिला प्राथमिक शिक्षा अधिकारियों की बैठक हुई थी। इस दौरान कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए थे। इनमें से एक यह भी है। जल्द ही शिक्षा विभाग ने खंड स्तर पर स्कूलों का चयन कर लेगा। बैठक में मौजूद एक वरिष्ठ अधिकारी का कहना है कि पाठ्यक्रम, स्कूल में तैनात कर्मचारियों और शैक्षणिक गतिविधियों में बदलाव को लेकर कोई नया दिशनिर्देश जारी नहीं किए गए हैं।

निजी स्कूलो की तुलना में कम खर्च होगा
अभिभावकों को बच्चों की शिक्षा पर निजी स्कूलों की अपेक्षा कम खर्च उठाना पड़ेगा। इसे शुरू होने के बाद गरीब और मध्यमवर्गीय परिवार भी अपने बच्चों को अग्रेजी स्कूलों में पढ़ाई के लिए भेज सकेंगे। नई व्यवस्था को लागू करने के लिए विभाग की ओर से जल्द ही औपचारिकताएं पूरी कर ली जाएगी।

निजी स्कूलों में भी होगा विकल्प
नई योजना के तहत अभिभावकों के पास बच्चों को उच्चस्तरीय शिक्षा देने के लिए स्कूलों में आरटीई नियम-134ए के तहत मुफ्त दाखिलों का विकल्प रहेगा। अग्रेजी माध्यम से पढ़ाई शुरू होने के बाद सरकारी स्कूलों को छोड़कर निजी स्कूलों में जाने वाले छात्रों की संख्या भी कम होगी।  

शिक्षा विभाग के सहायक निदेशक एनके वर्मा: प्रदेश के सभी जिला शिक्षा अधिकारियों को पत्र भेज दिया गया है। प्रथम चरण में प्रत्येक ब्लाक से दो-दो स्कूलों में शुरू करना है। सबकुछ ठीक रहा तो अगले सत्र में इसे शुरू कर दिया जाएगा।

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