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फ्लैट पर दारोगा ने लगाया ताला, थाने में हंगामा

नोएडा में तैनात एक दारोगा पर फ्लैट कब्जाने का आरोप लगाकर शुक्रवार दोपहर लोगों ने इंदिरापुरम थाने में जमकर हंगामा किया। इस दौरान लोगों की पुलिसकर्मियों से झड़प भी हो गई। सूचना मिलने पर एसओ थाने पर...

फ्लैट पर दारोगा ने लगाया ताला, थाने में हंगामा
लाइव हिन्दुस्तान टीमSat, 22 Oct 2016 08:53 PM
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नोएडा में तैनात एक दारोगा पर फ्लैट कब्जाने का आरोप लगाकर शुक्रवार दोपहर लोगों ने इंदिरापुरम थाने में जमकर हंगामा किया। इस दौरान लोगों की पुलिसकर्मियों से झड़प भी हो गई। सूचना मिलने पर एसओ थाने पर पहुंचे और लोगों को उचित कार्रवाई का आश्वासन देकर शांत कराया। 

इंदिरापुरम के न्यायखंड में सीमा बिष्टअपने परिवार के साथ रहती हैं। उनके पति दिल्ली के एक निजी कंपनी में कार्यरत हैं। सीमा ने बताया कि 13 अक्टूबर को अभयखंड-4 में एनआरआई ज्योति कुमार दास से फ्लैट खरीदा। इसकी रजिस्ट्री सदर तहसील गाजियाबाद में दर्ज हुई है। रजिस्ट्री के बाद उन्होंने फ्लैट में मरम्मत व रंगाई का काम शुरू कराया। आरोप है कि शनिवार सुबह नोएडा के थाना सेक्टर-39 में तैनात एक दारोगा फ्लैट पर पहुंचा और फ्लैट अपना बताते हुए मजूदरों को बाहर निकाल दिया। फिर फ्लैट पर अपना ताला बंद कर वहां से चला गया। सीमा ने बताया कि मजदूरों ने उन्हें मामले की सूचना दी। फिर वह कागजात के साथ फ्लैट पर पहुंची। 

रजिस्ट्री के कागजात देख दारोगा पर भड़के लोग
सीमा ने बताया कि जब वह फ्लैट पर पहुंची तो वहां आसपास के लोग एकत्रित थे। उन्होंने लोगों को फ्लैट के कागजात दिखाए। फ्लैट के सभी कागजात सही देख लोग दारोगा पर भड़क गए। इसके बाद करीब 50 लोग अभयखंड चौकी पर पहुंचे और ताला खुलवाने व दारोगा पर कार्रवाई करने की मांग को लेकर हंगामा करने लगे। लोगों का आरोप है कि चौकी प्रभारी ने कार्रवाई करने से मना कर दिया। इसके बाद लोग इंदिरापुरम थाने पहुंचे और हंगामा शुरू किया। 

पुलिस और लोगों के बीच झड़प 
इंदिरापुरम थाने में हंगामे के दौरान पुलिस और लोगों के बीच झड़प भी हो गई। पुलिसकर्मी जेल भेजने की धमकी देने लगे। इससे लोग और भड़क गए। इसे देख पुलिसकर्मियों ने लोगों को अंदर से बाहर निकाला। इसी दौरान थाना प्रभारी पहुंच गए और लोगों को शांत कराया।  

दारोगा के खिलाफ कार्रवाई न करने का आरोप 
लोगों का आरोप है कि इंदिरापुरम पुलिस दारोगा का पक्ष ले रही है। इसलिए कोई कार्रवाई नहीं कर रही है। जबकि दारोगा के पास कोई फ्लैट रजिस्ट्री के कागजात नहीं है। वहीं पुलिस का कहना कि दारोगा यह बता रहा है कि उसके पास भी फ्लैट के कागजात है। इंदिरापुरम थाना प्रभारी शीलेश यादव ने बताया कि जांच के लिए दोनों से फ्लैट के कागजात मांगे गए हैं। जांच के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।

साढ़े सात लाख रुपये दिए थे बयाने 
दारोगा का कहना साल 2009 में एनआरआई को फ्लैट के लिए साढ़े सात लाख रुपये बयाने दिए थे। बाद में एनआरआई ने फ्लैट बेचने से मना कर दिया और रुपये भी वापस नहीं किए। फ्लैट पर उन्होंने ताला बंद कर रखा था। दो-तीन दिन पहले किसी ने ताला तोड़कर रंगाई का शुरू किया। जब उन्हें पता चली तो शनिवार सुबह फ्लैट पर दोबारा ताला बंद कर दिया। एनआरआई ने उनके रुपये नहीं लौटाए हैं।

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