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सीसीएसयू: विषयों की कुल सीटों पर मिलेगा आरक्षण

चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय(सीसीएसयू) कैंपस और कॉलेजों में संयुक्त पात्रता परीक्षा (सीईटी) उत्तीर्ण छात्रों का पीएचडी में प्रवेश के लिए आरक्षण के फॉर्मूले पर मुहर लग गई है। सीसीएसयू प्रत्येक विषय की...

सीसीएसयू: विषयों की कुल सीटों पर मिलेगा आरक्षण
लाइव हिन्दुस्तान टीमSun, 29 Jan 2017 09:31 PM
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चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय(सीसीएसयू) कैंपस और कॉलेजों में संयुक्त पात्रता परीक्षा (सीईटी) उत्तीर्ण छात्रों का पीएचडी में प्रवेश के लिए आरक्षण के फॉर्मूले पर मुहर लग गई है। सीसीएसयू प्रत्येक विषय की कुल सीटों पर आरक्षण लागू करते हुए छात्रों के प्रवेश कराएगी। इससे हर शिक्षक की नियत सीटों को आरक्षण के दायरे में रखने की संभावनाएं खत्म हो गई हैं। विश्वविद्यालय फरवरी के पहले हफ्ते तक विभिन्न विषयों में सीईटी उत्तीर्ण छात्रों की मेरिट जारी करते हुए कोर्स वर्क की प्रक्रिया घोषित करने की तैयारी में है।

मुक्त श्रेणी के छात्रों की रिसर्च डिग्री कमेटी (आरडीसी) कराने के बाद सीसीएसयू अब सीईटी के छात्रों के प्रवेश की कवायद में जुटी है। सीटें तय होने के बाद विश्वविद्यालय में आरक्षण को लेकर पेंच फंसा हुआ था। कुछ डीन ने प्रत्येक शिक्षक की नियत सीटों को आरक्षित करने का प्रस्ताव दिया था जबकि अनेक कुल सीटों पर आरक्षण के नियम लागू करने पर सहमत थे। विश्वविद्यालय प्रशासन के अनुसार पीएचडी की रिक्त सीटों पर सीईटी उत्तीर्ण छात्रों के लिए आरक्षण के नियम पर सहमति बन गई है। 

सीसीएसयू प्रत्येक विषय में कुल सीटों पर आरक्षण लागू करेगी। इसमें अगर किसी विषय में सौ सीटें रिक्त हैं तो 50 फीसदी सीटें अनारक्षित रहेंगी। वहीं 27 फीसदी सीट ओबीसी और 23 फीसदी सीटें एससी-एसटी के लिए नियत रहेंगी। अनारक्षित सीटों पर राज्य सरकार की व्यवस्था के अनुसार ही टॉप 50 छात्र सभी वर्गों से होंगे, जबकि संबंधित श्रेणी में छात्र तय कोटे से लिए जाएंगे। विश्वविद्यालय फरवरी के पहले हफ्ते में सीईटी के छात्रों की मेरिट जारी करते हुए कोर्स वर्क की प्रक्रिया शुरू कर देगी।

अंकपत्रों की गड़बड़ी दूर करने को सेल की स्थापना
-विश्वविद्यालय में पूर्व कुलपति के कार्यकाल में सत्र 14-15 में हुई परीक्षाओं के अंकपत्रों का निपटारा करने के लिए सीसीएसयू ने छात्रों को विशेष समय देते हुए सेल बना दी है। दिसंबर 2014 और जून 2015 में परीक्षा देने के बावजूद अंकपत्र नहीं मिलने और गलत अंकपत्र पाने वाले छात्र अब निर्धारित समय में अपना आवेदन जमा करा सकते हैं। विश्वविद्यालय ऐसे छात्रों की 15 दिनों में अंकपत्र जारी करेगा। वहीं निर्धारित तिथि के बाद उक्त सत्र के अंकपत्र के लिए विश्वविद्यालय जिम्मेदार नहीं होगा। सर्वाधिक विवादित और अभी तक उलझे अंकपत्रों के मुद्दे को सुलझाने के लिए सीसीएसयू ने शनिवार देर शाम नोटिफिकेशन जारी किया है। इस सत्र के जिन छात्रों को अंकपत्र नहीं मिले हैं, उसमें जिला गौतमबुद्ध नगर के भी 600 से अधिक छात्र शामिल हैं।

छात्रों को 15 फरवरी तक करना होगा आवेदन
-विश्वविद्यालय परीक्षा नियंत्रक नारायण प्रसाद के अनुसार जिन छात्रों ने उक्त वर्ष में परीक्षा दी है, लेकिन उन्हें अंकपत्र नहीं मिल पाया है या गलत अंकपत्र मिला है या फिर संशोधित अंकपत्र नहीं मिला है। ऐसे सभी छात्र 15 फरवरी तक निर्धारित काउंटर पर अपने आवेदन जमा करा दें। छात्रों को आवेदन पत्र के साथ नेट से जारी अंकपत्र, प्रवेश पत्र या अन्य साक्ष्य पेश करने होंगे। परम्परागत कोर्स के छात्रों को अपने अंकपत्र के लिए गोपनीय विभाग में काउंटर नंबर तीन व चार जबकि व्यवसायिक कोर्स के छात्रों को व्यवसायिक सेल के कमरा नंबर 308 में आवेदन जमा करने होंगे। 15 फरवरी के बाद सत्र 14-15 के किसी भी छात्र के आवेदन पर विचार नहीं होगा। 

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