
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने मंगलवार को सुप्रीम कोर्ट के अयोध्या विवाद के अदालत के बाहर निपटारा करने के सुझाव का स्वागत करते हुए कहा कि दोनों पक्षों को साथ बैठकर इसका हल करना चाहिये।
सुप्रीम कोर्ट के नजरिये को ठोस बताते हुये आदित्यनाथ ने कहा, यह एक स्वागत योग्य कदम है। संसद भवन के बाहर पत्रकारों से बात करते हुये मुख्यमंत्री ने कहा, हम इसका स्वागत करते हैं और दोनों पक्षों को अपने मतभेद सुलक्षा कर इसका हल निकालता चाहिये। उन्हें राज्य सरकार से जो भी सहयोग चाहिये, हम वो करेंगे।
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अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों के लिये भाजपा के घोषणा पत्र में भी शामिल था। आदित्यनाथ की यह टिप्पणी सुप्रीम कोर्ट के उस विचार के बाद आई कि अयोध्या मंदिर विवाद एक संवेदनशील और संवेदनात्मक मामला है क्योंकि इसमें सभी संबंधित पक्षों को साथ बैठकर इस विवादास्पद मामले का हल निकालने की जरूरत है।
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