पीएम मोदी के बयान पर बोली शिवसेना, कहा प्रधानमंत्री का बयान दुर्भाग्यपूर्ण
दादरी कांड और गजल गायक गुलाम अली के कार्यक्रम के रद्द होने पर अफसोस प्रकट करने को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी विपक्ष के निशाने पर आ गए हैं । शिवसेना नेता संजय राउत ने भी प्रधानमंत्री के इस...
दादरी कांड और गजल गायक गुलाम अली के कार्यक्रम के रद्द होने पर अफसोस प्रकट करने को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी विपक्ष के निशाने पर आ गए हैं । शिवसेना नेता संजय राउत ने भी प्रधानमंत्री के इस बयान को दुर्भाग्यपूर्ण बताया है।
एक अंग्रेजी अखबार की खबर के मुताबिक शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा, 'अगर हमारे प्रधानमंत्री इस तरह का बयान दे रहे हैं तो यह काफी दुर्भाग्यपूर्ण है।
प्रधानमंत्री पर राष्ट्रीय जनता दल (राजद) अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव ने भी हमला बोल दिया है। यादव ने प्रधानमंत्री के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि चुप्पी तोड़ा है, क्या चुप्पी तोड़ा है। माने तुमको हम मार दें, पीट दें और कहें सॉरी, माने ई कोई तरीका है क्या। चुप्पी तोड़ा है...'।
राजद सुप्रीमों ने अपने खास अंदाज में एक बार फिर भारतीय जनता पार्टी, राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) और प्रधानमंत्री मोदी पर बातों से पलटने का आरोप लगाया और कहा कि ये सब बीजेपी, आरएसएस, मोदी हो या कोई हो, शाम को बोलेगा और सवेरे बदल जाता है सब।
उल्लेखनीय है कि एक बांग्ला समाचार पत्र को दिये साक्षात्कार में प्रधानमंत्री ने दादरी की घटना को दुखद करार दिया है। उन्होंने घटना को दुखद बताते हुए कहा कि भाजपा इस तरह की घटनाओं का समर्थन नहीं करती।
पीएम ने साफ किया कि बीजेपी कभी भी ऐसी घटनाओं का समर्थन नहीं करती। प्रधानमंत्री ने आरोप लगाया कि ऐसी घटनाओं के जरिए विपक्ष ध्रुवीकरण की राजनीति कर रही है। साथ ही कहा कि बातचीत से हर समस्या का समाधान संभव है। उन्होंने दादरी मामले के साथ-साथ शिवसेना द्वारा पाकिस्तानी गजल गायक गुलाम अली का किए गए विरोध को भी अफसोसजनक बताया। उल्लेखनीय है कि गोमांस की अफवाह पर दादरी के बिसाहड़ा गांव में अखलाक नामक व्यक्ति को भीड़ ने पीट-पीटकर मार डाला था।
मोदी ने कहा कि पहले भी ये विवाद हुआ है। बीजेपी ने हर समय छद्म धर्मनिरपेक्षता का विरोध किया है। आज इन दुखद घटनाओं के जरिए फिर से वो विवाद उठा रहे हैं। बातचीत से इसका समाधान संभव है। बीजेपी कभी भी ऐसी घटनाओं का समर्थन नहीं करती। दादरी कांड पर मोदी ने विपक्ष पर सवाल उठाते हुए कहा है कि इन घटनाओ के जरिए विपक्ष बीजेपी पर सांप्रदायिकता का आरोप लगा रहा है मगर क्या विपक्ष खुद इनके लिए ध्रुवीकरण की राजनीति नहीं कर रहा है?
केन्द्र का अपना पल्ला झाड़ना उचित नहीं: पायलट
कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की उस टिप्पणी की आलोचना की है कि उनकी सरकार का दादरी हत्याकांड तथा मुंबई में गुलाम अली का कंसर्ट रद्द होने से कोई लेना देना नहीं है। कांग्रेस नेता ने कहा कि केन्द्र के लिए यह कह कर पल्ला झाड़ना उचित नहीं है कि उसकी कोई भूमिका नहीं थी। पायलट ने कहा कि मैं समझता हूं यह कह कर पल्ला झाड़ना उचित नहीं है कि नई सरकार को कोई भूमिका नहीं निभानी थी।
पायलट ने कहा कि मैं समझता हूं वे मुद्दे को महत्वहीन बनाने का प्रयास कर रहे हैं। दादरी में एक व्यक्ति की दुर्भाग्यपूर्ण ढंग से पीट पीट कर हत्या हमारे सामाजिक तानबाने में व्यवस्थित क्षय का प्रतीक है जिसे की नई सरकार द्वारा बल दिया जा रहा है।