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गुजरात: IPS अधिकारी संजीव भट्ट बर्खास्त

मोदी विरोध के लिए चर्चा में रहे गुजरात के 1988 बैच के आईपीएस संजीव भट्ट को बर्खास्त कर दिया गया। चार साल से निलंबित चल रहे भट्ट को जूनागढ़ में नौकरी ज्वाइन न करने और अहमदाबाद में सरकारी गाड़ी और...

गुजरात: IPS अधिकारी संजीव भट्ट बर्खास्त
लाइव हिन्दुस्तान टीमThu, 20 Aug 2015 07:46 AM
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मोदी विरोध के लिए चर्चा में रहे गुजरात के 1988 बैच के आईपीएस संजीव भट्ट को बर्खास्त कर दिया गया। चार साल से निलंबित चल रहे भट्ट को जूनागढ़ में नौकरी ज्वाइन न करने और अहमदाबाद में सरकारी गाड़ी और पुलिस कमांडो का इस्तेमाल करने के आरोप में बर्खास्त किया गया है। गुजरात दंगों में मोदी के विरोध को लेकर भट्ट हमेशा विवादों में रहे हैं। हाल ही में एक सेक्स वीडियो को लेकर उन पर गंभीर आरोप लगे हैं।

केंद्रीय गृह मंत्रालय ने पिछले साल सितंबर में उनकी बर्खास्तगी की सिफारिश की थी, जिसे अब स्वीकार कर लिया गया। भट्ट को बुधवार की शाम उनकी बर्खास्तगी की सूचना दी गई। भट्ट ने ट्वीट कर अपनी बर्खास्तगी की पुष्टि भी की। उन्होंने कहा, 27 साल की सेवा के बाद आखिरकार मुझे बर्खास्त कर दिया गया। मैं अब दोबारा रोजगार की तलाश में हूं। सरकार ने कहा कि संजीव भट्ट की पोस्टिंग जूनागढ़ में की गई थी, लेकिन लंबे वक्त के बावजूद उन्होंने पदभार नहीं संभाला। सरकार ने भट्ट को कई बार नोटिस जारी किया, लेकिन आदेश का अनुपालन न करने पर आखिरकार उन्हें बर्खास्त किया गया।

अप्रैल 2011 में हलफनामे से चर्चा में आए
संजीव भट्ट ने हलफनामा दिया था कि 27 फरवरी 2002 में जब गोधरा में साबरमती एक्सप्रेस ट्रेन जलाई गई, उस दिन तत्कालीन मुख्यमंत्री मोदी ने शाम को बैठक बुलाई थी, जिसमें उन्होंने साफ कहा था कि अल्पसंख्यकों के खिलाफ बहुसंख्यकों में गुस्सा है और उन्हें गुस्सा निकालने दिया जाए। भट्ट ने अपने ऑपरेटर के डी पंत और ड्राइवर के लिखित बयान भी दिए थे। दोनों ने कहा था कि भट्ट गोधरा कांड वाले दिन सीएम की बैठक में गए थे।

30 सितंबर 2011 को गिरफ्तार हुए
भट्ट को बाद में अपने अधीनस्थ कांस्टेबल पंत को मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ हलफनामा देने के लिए मजबूर करने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया गया। कांस्टेबल ने आरोप लगाया था कि भट्ट ने उन्हें यह बयान देने को मजबूर किया। गुजरात के तत्कालीन पुलिस महानिदेशक के चक्रवर्ती ने भी कहा कि उस वक्त एसीपी रहे भट्ट उस बैठक में नहीं थे।

सदभावना उपवास पर उठाए थे सवाल
संजीव भट्ट ने गुजरात में तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी के तीन दिन के सदभावना उपवास का विरोध करते हुए उन्हें चिट्ठी लिखी थी। भट्ट ने यह भी कहा था कि  मोदी और तत्कालीन गृह मंत्री अमित शाह ने उन पर हरेन पांड्या मर्डर केस में अहम सबूतों को खत्म करने के लिए दबाव डाला था।

भट्ट की पत्नी ने मोदी के खिलाफ लड़ा था चुनाव
संजीव भट्ट की पत्नी श्वेता ने 2012 में नरेंद्र मोदी के खिलाफ मणिनगर से कांग्रेस प्रत्याशी के तौर पर मैदान में उतरी थीं। संजीव भट्ट ने उनके लिए प्रचार भी किया। हालांकि वह मोदी को हरा नहीं पाईं।

सेक्स वीडियो में घिरे
संजीव भट्ट का दो दिन पहले एक सेक्स वीडियो भी सामने आया। वीडियो सामने आने के बाद गुजरात सरकार ने उन्हें एक नोटिस जारी करते हुए 10 दिन में जवाब मांगा था। 11 मिनट के इस वीडियो में कथित तौर पर भट्ट किसी महिला के साथ थे। जबकि भट्ट ने कहा कि इस वीडियो में वह नहीं हैं।
 

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