फोटो गैलरी

Hindi Newsदहेज में नहीं मिली कार, तो मासूमों के साथ पत्नी को जिंदा जलाया

दहेज में नहीं मिली कार, तो मासूमों के साथ पत्नी को जिंदा जलाया

रामपुर के असवा गांव में गुरुवार की रात दहेज में कार न मिलने पर पति ने परिजनों के साथ पत्नी और दो मासूमों को जिंदा जला दिया। मायके वालों ने पति समेत चार लोगों के खिलाफ दहेज हत्या का मुकदमा दर्ज कराया...

दहेज में नहीं मिली कार, तो मासूमों के साथ पत्नी को जिंदा जलाया
लाइव हिन्दुस्तान टीमSat, 06 Jun 2015 11:50 AM
ऐप पर पढ़ें

रामपुर के असवा गांव में गुरुवार की रात दहेज में कार न मिलने पर पति ने परिजनों के साथ पत्नी और दो मासूमों को जिंदा जला दिया। मायके वालों ने पति समेत चार लोगों के खिलाफ दहेज हत्या का मुकदमा दर्ज कराया है। पुलिस ने सास व एक देवर को गिरफ्तार कर लिया गया। शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है।

विकास सिंह मुंबई में काम करता है। 27 मई 2011 को उसकी शादी सकरा रामपुर के अमरनाथ सिंह की बेटी पिंकी से हुई थी। पिंकी के तीन साल का बेटा दिव्य व तीन माह की बेटी जाहन्‍वी थी। तीनों गांव में सास और देवरों के साथ रहते थे।

गुरुवार की रात पिंकी बच्चों के साथ कमरे में मौजूद थी। रात में किन्हीं परिस्थितियों में तीनों आग की चपेट में आ गये, जिससे तीनों की मौत हो गयी। परिवारवालों का शोरगुल सुनकर मौके पर ग्रामीण जुट गये। रात में ही किसी ने मायके वालों को सूचना दे दी। मायके से मृतका की मां लालमणी व पिता के साथ कुछ अन्य लोग भी पहंच गए।

मृतका की मां ने आरोप लगाया कि शादी के बाद से ही पति व उसके परिवार वाले चार पहिया वाहन मांग रहे थे। इसके अलावा मुंबई में रहने के लिए फ्लैट का भी पैसा मांग रहे थे। दोनों मांग पूरी न कर पाने के कारण बेटी को आए दिन प्रताडि़त करते थे। गुरुवार को भी दामाद का फोन आया था। धमकी दे रहा था कि दोनों चीजें नहीं देने पर पिंकी को जान से मार देगा। आरोप है कि पति विकास ने परिजनों के साथ मिलकर बेटी व उसके दोनों बच्चों को जिंदा जला दिया।

 

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें