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गंगा अभियान पर जोशी के बयान से भाजपा असहज

भाजपा के मार्गदर्शक मंडल के सदस्य व वरिष्ठ नेता डॉ. मुरली मनोहर जोशी के गंगा की सफाई पर उठाए गए सवालों को लेकर भाजपा में अंदरूनी खलबली मचनी शुरू हो गई है। यह पहला मौका है जब मोदी सरकार के एक साल में...

गंगा अभियान पर जोशी के बयान से भाजपा असहज
लाइव हिन्दुस्तान टीमFri, 05 Jun 2015 09:58 PM
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भाजपा के मार्गदर्शक मंडल के सदस्य व वरिष्ठ नेता डॉ. मुरली मनोहर जोशी के गंगा की सफाई पर उठाए गए सवालों को लेकर भाजपा में अंदरूनी खलबली मचनी शुरू हो गई है। यह पहला मौका है जब मोदी सरकार के एक साल में पार्टी के भीतर से सरकार के किसी कार्यक्रम पर सवाल खड़े किए गए हों। हालांकि पार्टी ने इस मामले को ज्यादा तवज्जो नहीं दी है। वह इसे उनके निजी विचार भर करार दे रही है। वहीं, जल संसाधन, नदी विकास व गंगा संरक्षण मंत्री उमा भारती ने दावा किया है कि दस साल में गंगा साफ हो जाएगी।

गंगा सफाई प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की महत्वाकांक्षी परियोजना होने व उसके लिए सरकार की तरफ से किए जा रही भारी भरकम तैयारी पर सवाल उठना भाजपा व सरकार के लिए असहज करने वाला है। सूत्रों के अनुसार इससे जहां विपक्ष को सरकार पर हावी होने का मौका मिलेगा, वहीं सरकार के अन्य कार्यक्रमों पर भी सवाल खड़े होने का रास्ता खुल गया है। दरअसल मोदी सरकार बनने के बाद से भाजपा के दोनों वरिष्ठ नेताओं व लालकृष्ण आडवाणी व मुरली मनोहर जोशी पार्टी में भी हाशिए पर हैं। दोनों को मार्गदर्शक मंडल का सदस्य तो बनाया गया, लेकिन इनसे कोई सलाह नहीं ली जा रही है।

क्या कहा था जोशी ने:  डॉ. जोशी ने गुरुवार को वाराणसी में कहा था कि गंगा में जहाज चलाने का हठ ठीक नहीं है। साथ ही गंगा पर प्रस्तावित बांधों का भी विरोध करते हुए कहा था कि ये बांध गंगा की प्राण-वायु सुखा देंगे। इस दौरान उन्होंने गंगा निर्मलीकरण अभियान को भी अधूरा करार दिया था।


टिहरी पर जोशी की भी थी मुहर
एक तरफ जोशी मुखर हुए तो दूसरी तरफ उनके विरोधी भी सक्रिय हो गए। उनका कहना है कि जब टिहरी बांध बन रहा था और गंगा की अविरलता बांधी जा रही थी तो डॉ. जोशी मौन क्यों रहे। उलटे उन्होंने टिहरी बांध को मंजूरी भी दी। वाजपेयी सरकार के समय गंगा पर टिहरी बांध बनाए जाने के समय उसको भूंकप आदि के मुद्दे पर एक समिति बनाई थी, जिसके प्रमुख डा जोशी थे। इस समिति की मंजूरी के बाद ही टिहरी बांध को हरी झंडी मिली थी।

उमा भारती जल्द कर सकती हैं मुलाकात
डॉ. जोशी के बयान के बाद पार्टी गंभीर हो गई है। सूत्रों के अनुसार, जल संसाधन मंत्री उमा भारती व नितिन गडकरी इस मामले पर जल्दी ही जोशी से बात कर उन्हें सरकार की मंशा व काम के बारे में स्थिति स्पष्ट कर सकते हैं। सरकार व पार्टी की कोशिश है कि इस तरह के पार्टी या परिवार से सरकार के बारे में आने वाले असहज बयानों को रुकना चाहिए। इसके पहले अयोध्या मामले पर सांसद विनय कटियार ने भी पार्टी व सरकार को सुझाव दिए थे।

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