केजरीवाल का आरोप, एलजी चला रहे राष्ट्रपति शासन
राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी से मुलाकात के बाद मनीष सिसोदिया ने कहा कि उन्होंने राष्ट्रपति को बताया कि उपराज्यपाल जिस तरह सीधे आदेश दे रहे है उससे ऐसा लग रहा है कि राज्य में राष्ट्रपति...
राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी से मुलाकात के बाद मनीष सिसोदिया ने कहा कि उन्होंने राष्ट्रपति को बताया कि उपराज्यपाल जिस तरह सीधे आदेश दे रहे है उससे ऐसा लग रहा है कि राज्य में राष्ट्रपति शासन है। एलजी का इस तरह सीधे तौर पर दखल देना सही नहीं है। उन्होंने आगे कहा कि हमने अपनी पूरी बात बताई है और उन्होंने हमारी शिकायतों पर गौर करने का आश्वासन दिया है।
मंगलवार को सीएम केजरीवाल और डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने राष्ट्रपति से मुलाकात की और एलजी नजीब जंग की शिकायत की है।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उपराज्यपाल नजीब जंग के बीच की जंग अब राष्ट्रपति तक पहुंच गई है। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने अनिंदो मजूमदार को प्रधान सचिव (सेवा) पद पर फिर से बहाल कर दिया और इसके बाद केजरीवाल मंत्री मनीष सिसोदिया के साथ राष्ट्रपति से मिलने राष्ट्रपति भवन गए। इसके पहले उपराज्यपाल ने दोपहर 2.30 बजे राष्ट्रपति से मुलाकात की थी।
दिल्ली सरकार और उपराज्यपाल की जंग में नई घटनाक्रम के तहत बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने केजरीवाल सरकार को अपना समर्थन दिया है। पटना में पत्रकारों से बातचीत में नीतीश कुमार ने कहा कि दिल्ली सरकार को जनता ने चुना है और सरकार जिम्मेवार भी और जवाबदेह भी है। नीतीश ने कहा कि राज्य सरकार अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन तब तक कैसे कर सकती है जब तक एक मुख्य सचिव को नियुक्त नहीं कर सकती।
इस बीच उपराज्यपाल नजीब जंग ने राष्ट्रपति प्रणय मुखर्जी और गृह मंत्री से मुलाकात की। सूत्रों के हवाले से खबर है कि नजीब जंग ने दिल्ली सरकार में वरिष्ठ नौकरशाह के तबादले और तैनाती के मुद्दे से राष्ट्रपति और गृह मंत्री को अवगत कराया।
आम आदमी पार्टी से निकाले गये योगेन्द्र यादव और प्रशान्त भूषण केजरीवाल के साथ इस मुद्दे पर खड़े नजर आएगे।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और एलजी नजीब जंग अब आर-पार के मूड में आ गए हैं। केजरीवाल सरकार ने सोमवार की सुबह प्रधान सचिव (सेवा) आनिंदो मजूमदार के दफ्तर पर ताला लगवा दिया। यही नहीं, राजेंद्र कुमार को उनकी जगह प्रधान सचिव भी बना दिया। दो घंटे बाद ही एलजी ने राजेंद्र कुमार की नियुक्ति रद्द कर दी। इन्ही सब विवादों को लेकर दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल मंगलवार शाम छह बजे राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी से मुलाकात करेंगे। लेकिन इससे पहले दोपहर 2:30 बजे नजीब जंग राष्ट्रपति से मिल चुके हैँ।
देर शाम केजरीवाल सरकार ने एक सर्कुलर जारी करके अधिकारियों को निर्देश दिए कि एलजी ऑफिस का कोई भी आदेश तब तक न मानें, जब तक संबंधित मंत्री या मुख्यमंत्री उसकी अनुमति न दे दें। उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने नजीब जंग को भेजे पत्र में लिखा कि आपके निर्देश कानून के प्रावधानों और संविधान के खिलाफ हैं। इसलिए उनका पालन नहीं हो सकता है। सीएम इस मुद्दे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी पत्र लिख रहे हैं।
केजरीवाल द्वारा राजेंद्र कुमार की नियुक्ति के तुरंत बाद एलजी ने सीएम को पत्र लिखकर उनकी नियुक्ति निष्प्रभावी कर दी। जंग ने साफ किया कि वरिष्ठ अधिकारियों की नियुक्ति और तबादलों का अंतिम हक उन्हें ही है। केजरीवाल ने शनिवार को आनिंदो का तबादला दूसरे विभाग में कर दिया था, क्योंकि उन्होंने जंग के निर्देश पर गैमलिन को कार्यवाहक मुख्य सचिव का नियुक्ति पत्र दिया था। एलजी ने शाम को ही आनिंदो के तबादले को अवैध करार दे दिया और कहा कि इस फैसले पर उनकी मंजूरी नहीं है। सोमवार सुबह जब मजूमदार दिल्ली सचिवालय में अपने कार्यालय पहुंचे तो वहां ताला लगा था। सूत्रों के मुताबिक केजरीवाल के आदेश पर ऐसा किया गया था।