केजरीवाल के कानून मंत्री की लॉ डिग्री की तरह बीएससी की डिग्री भी है फर्जी
तिलका मांझी भागलपुर विश्वविद्यालय की लॉ की डिग्री की तरह ही दिल्ली सरकार के कानून मंत्री जितेंद्र सिंह तोमर की बीएससी की भी डिग्री फर्जी है। यहां डॉ. राम मनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय से सम्बद्ध...
तिलका मांझी भागलपुर विश्वविद्यालय की लॉ की डिग्री की तरह ही दिल्ली सरकार के कानून मंत्री जितेंद्र सिंह तोमर की बीएससी की भी डिग्री फर्जी है। यहां डॉ. राम मनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय से सम्बद्ध साकेत महाविद्यालय में वर्ष 1985 से 1992 तक के बीएससी प्रथम व द्वितीय वर्ष के प्रवेश रजिस्टर में तोमर का नाम ही नहीं दर्ज है।
बीएससी की डिग्री में फर्जीवाड़े की पुष्टि साकेत महाविद्यालय के जनसूचना अधिकारी डॉ. उदय सिंह के पत्र से होती है।
आरटीआई कार्यकर्ता विनय प्रकाश सिंह की ओर से मांगी गई सूचना के जवाब में डॉ. उदय सिंह ने बताया है कि जितेंद्र सिंह तोमर पुत्र बलवीर सिंह तोमर ने बीएससी प्रथम व द्वितीय वर्ष में प्रवेश ही नहीं लिया था। उनकी ओर से स्नातक की परीक्षा उत्तीर्ण करने का कोई प्रश्न ही नहीं उठता है।
डॉ. सिंह के अनुसार जितेंद्र सिंह तोमर के प्रवेश आवेदन पत्र और अन्य कोई अभिलेख संलग्न होने का भी प्रश्न नहीं उठता है। इसके पूर्व अवध विश्वविद्यालय प्रशासन जनवरी माह में ही दिल्ली सरकार के कानून मंत्री की बीएससी की डिग्री को फर्जी करार दे चुका है। दिल्ली विधानसभा चुनाव के दौरान त्रिनगर विधानसभा सीट से आम आदमी पार्टी उम्मीदवार के रूप में उतरे जितेंद्र सिंह तोमर की स्नातक डिग्री के फर्जी होने का आरोप लगा था। यह डिग्री वर्ष 1988 में अवध विश्वविद्यालय से संबंद्ध अयोध्या के साकेत महाविद्यालय से जारी बताई गई थी। तब गाजियाबाद के प्रदीप नामक व्यक्ति ने इस डिग्री की जांच के लिए अवध विश्वविद्यालय प्रशासन को पत्र लिखा था।
विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. जीसीआर जायसवाल के निर्देश पर परीक्षा नियंत्रक एएम अंसारी ने गोपनीय विभाग से जनवरी माह में यह जांच कराई थी। जांच के दौरान जितेंद्र सिंह तोमर की बीएससी द्वितीय वर्ष, अनुक्रमांक-31331, वर्ष 1998 की उपाधि, अंक पत्र और अनुक्रमांक को फर्जी पाया गया था। परीक्षा नियंत्रक ने इस बारे में आरटीआई कार्यकर्ता को अपना जवाब भी भेज दिया था। ?