दहशत इतनी कि आंखों में ही कट गई रात
भूकंप से नेपाल और बिहार में हुई तबाही को लेकर मुरादाबाद में भी जबरदस्त दहशत रही। नेपाल में लगातार लग रहे भूकंप के झटकों ने इस दहशत को और बढ़ा दिया। शहर के लोग जाग-जाग कर ही रात काट दी। तमाम मोहल्लों...
भूकंप से नेपाल और बिहार में हुई तबाही को लेकर मुरादाबाद में भी जबरदस्त दहशत रही। नेपाल में लगातार लग रहे भूकंप के झटकों ने इस दहशत को और बढ़ा दिया। शहर के लोग जाग-जाग कर ही रात काट दी।
तमाम मोहल्लों में लोग सड़कों पर ही टहलते रहे। इस दौरान सिर्फ नेपाल और बिहार में हुए विनाश की चर्चा ही उनकी जबान पर थी। जो लोग घरों से बाहर नहीं निकले उनकी रात बस करवट बदलते ही कट गई। हर आहट पर चौंक कर बाहर देखते और सब कुछ सामान्य देखकर फिर सोने का प्रयास करते।
आमतौर पर जल्दी सोकर मॉर्निंग वॉक पर निकलने वाले रामगंगा विहार और आशियाना के लोग भी जाग रहे थे। रामगंगा विहार पुलिस चौकी के पास रात में लगभग एक बजे कई लोग अपनी कारों में परिवार को लेकर मौजूद थे। यह लोग वीकेंड में अपने बच्चों को लेट नाइट सैर पर लेकर नहीं निकले थे, बल्कि भूकंप की दहशत में घर जाने से कतरा रहे थे। घर जाने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहे थे। रामगंगा विहार के विकास का बेटा पर्व नींद लगने के कारण घर जाने की बात कह रहा था, लेकिन मां उसे कार में ही सो जाने को कह रही थी।
आशियाना के मनोज शर्मा ने बताया कि व्हाट्सएप इस तरह के मैसेज आ रहे हैं कि रात में ढाई से तीन बजे फिर भूकंप आएगा और उसकी तीव्रता सुबह आए भूकंप से ज्यादा हो। इसमें तबाही भी ज्यादा मचने की बात कही जा रही है। ऐसे में बाहर ही सुरक्षित रहा जा सकता है।
नवाबपुरा की तंग गलियों में रहने वाले मोहम्मद उस्मान और हाफिज सलीम शनिवार की रात में लगभग दो बजे जामा मस्जिद के पास मुगलपुरा चौराहे पर मौजूद थे। उनके साथ ही मुगलपुरा के इस्माइल और कामिल ही नहीं दो दर्जन से अधिक युवा और बुजुर्ग मौजूद थे। सभी वहां खुली एक चाय की दुकान पर जमे हुए। किसी को आज घर जाने की जल्दी नहीं थी।
सभी नेपाल में आ रहे बार-बार भूकंप के झटकों को लेकर परेशान थे। टाउन हाल चौराहे पर भी अच्छी-खासी भीड़ जुटी थी। यहीं पर फड़ लगाने वाले सुल्तान ने बताया कि चर्चा है कि रात में ढाई बजे ज्यादा तबाही मचाने वाला भूकंप आएगा, इसलिए सभी लोग बाहर ही टहल रहे हैं।