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सहारा को तीन माह की मोहलत

सुप्रीम कोर्ट ने सहारा प्रमुख सुब्रत राय को जमानत के दस हजार करोड़ रुपये जुटाने के लिए तीन माह का समय और दिया है। कोर्ट ने यह समय तब दिया जब सहारा ने कोर्ट को लंदन और न्यूयार्क के होटलों की बिक्री के...

सहारा को तीन माह की मोहलत
लाइव हिन्दुस्तान टीमTue, 24 Mar 2015 07:59 AM
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सुप्रीम कोर्ट ने सहारा प्रमुख सुब्रत राय को जमानत के दस हजार करोड़ रुपये जुटाने के लिए तीन माह का समय और दिया है। कोर्ट ने यह समय तब दिया जब सहारा ने कोर्ट को लंदन और न्यूयार्क के होटलों की बिक्री के संबंध में हांगकांग की कंपनी नॉम की पेशकश और प्रस्ताव दिखाया।

जस्टिस टीएस ठाकुर की अध्यक्षता वाली तीन जजों की पीठ ने सोमवार को दिए आदेश में कहा कि प्रस्ताव गंभीर दिखाई दे रहा है इसलिए सहारा को इस मामले में डील आगे बढ़ाने के लिए समय दिया जाता है। लेकिन यह समय तीन माह से ज्यादा नहीं होगा। कोर्ट ने इसके साथ ही जेल में उन्हें मिलने वाली कान्फ्रेंस रूम की सुविधाएं भी तीन माह के लिए बढ़ा दीं। कोर्ट ने चेतावानी दी कि इस दौरान यदि सहारा रकम का बंदोबस्त करने में सफल रहा तो ठीक वरना उसकी संपत्तियां नीलाम की जाएंगी।

कोर्ट ने सहारा को मुंबई के पास एंबीवैली टाउनशिप की 600 एकड़ भूमि भी बेचने की अनुमति दे दी। सुनवाई के दौरान अमेरिकी कंपनी मिराक ने सहारा के तीनों को होटलों को तुरंत खरीदने की पेशकश की। मिराक के वकील पी चिदंबरम ने कहा कि उनकी पेशकश सहारा की अपेक्षाओं से कहीं ज्यादा ही होगी। हालांकि सहारा की ओर से कपिल सिब्बल ने कहा कि वह मिराक के साथ सौदा नहीं चाहते लेकिन बाद में उन्होंने कहा कि इस ऑफर की जानकारी उन्हें भी दी जानी चाहिए। पीठ ने मिराक को अपने ऑफर के बारे में एक अर्जी दाखिल करने की अनुमति दे दी। लेकिन कोर्ट ने इतना जरूर कहा कि वह होटल तभी खरीद सकते हैं जब कोर्ट उनकी संपत्तियों पर रिसीवर बैठा दे।

शेर ओ शायरी भी हुई
सहारा के वकील सिब्बल ने कोर्ट से समय देने की गुजारिश करते हुए एक शेर का सहारा लिया। उन्होंने कहा कि वह कटी पतंग की तरह हैं उन्हें थोड़ी सी जगह चाहिए। जस्टिस ठाकुर ने उनके शेर पर वाह वाह की। लेकिन सेबी के वकील ने कहा कि उन्हें यही समझ में आया है कि सहारा सिर्फ पतंगबाजी में ही लिप्त है। पैसे जुटाने के लिए ठोस काम नहीं हो रहा है। शेर से बने माहौल पर जस्टिस सीकरी ने भी चुटकी ली और शेर कहा, दर्द ही बन गया है दर्द की दवा, जब दर्द नहीं होता तो होता है दर्द। निवेशकों के पैसे न लौटाने पर सहारा प्रमुख राय पिछले एक वर्ष से दिल्ली की तिहाड़ जेल में हैं। उन पर 2012 में 24 हजार करोड़ रुपये की देनदारी थी जिस पर अब भारी ब्याज भी जुड़ चुका है।

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