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अभी खीरी जेल में ही रहेंगे मंजूनाथ के गुनहगार

मंजूनाथ के कत्ल के गुनहगार फिलहाल खीरी के जिला जेल में ही रहेंगे। अभी उन्हें सेंट्रल जेल नहीं भेजा जा सकेगा। जेल प्रशासन के मुताबिक, पवन उर्फ मोनू मित्तल, विवेक, राकेश और शिवकेश पर धोखाधड़ी का एक...

अभी खीरी जेल में ही रहेंगे मंजूनाथ के गुनहगार
लाइव हिन्दुस्तान टीमThu, 12 Mar 2015 10:00 PM
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मंजूनाथ के कत्ल के गुनहगार फिलहाल खीरी के जिला जेल में ही रहेंगे। अभी उन्हें सेंट्रल जेल नहीं भेजा जा सकेगा। जेल प्रशासन के मुताबिक, पवन उर्फ मोनू मित्तल, विवेक, राकेश और शिवकेश पर धोखाधड़ी का एक मुकदमा दर्ज हैं। यह मुकदमा अभी सीजेएम कोर्ट में विचाराधीन हैं। बुधवार को चारों इसी मुकदमे की पेशी पर कोर्ट आए थे। देवेश अग्निहोत्री पर गैंगस्टर का मुकदमा भी दर्ज है। राजेश वर्मा पर अब कोई नया मुकदमा विचाराधीन नहीं है। राजेश वर्मा को सेंट्रल जेल भेजने के लिए निर्देशों का इंतजार है।

मंजूनाथ हत्याकांड के सभी छह दोषियों की उम्रकैद की सजा सुप्रीम कोर्ट ने बरकरार रखी है। अब मुजरिम को अपनी सजा जेल में काटनी है। इस समय सभी मुजरिम खीरी की जिला जेल में बंद है। सुप्रीम कोर्ट से दोष सिद्ध हो जाने के बाद अपराधियों को सेन्ट्रल जेल भेजा जाना था लेकिन अभी किसी गुनहगार को सेन्ट्रल जेल नहीं भेजा जा सकेगा। जेल प्रशासन के मुताबिक, मुजरिम मोनू मित्तल, विवेक शर्मा, राकेश आनंद और शिवकेश गिरि पर गोला कोतवाली में धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज है। जानकारों के मुताबिक, जब तक इस मुकदमे में फैसला नहीं आ जाता, चारों को यहीं रखा जाएगा। वहीं देवेश पर गैंगस्टर का मुकदमा दर्ज है। राजेश वर्मा पर कोई नया मुकदमा नहीं है। उसे सेन्ट्रल जेल भेजा जा सकता है लेकिन शासन से ऐसी कोई गाइडलाइन नहीं आई है।

जेल में राम नाम जपते हैं सभी कातिल
मंजूनाथ के सभी कातिल जेल में राम का नाम जप रहे हैं। पिछले दिनों इनमें से कइयों ने राम नाम लिखने का रिकार्ड भी बनाया था। करीब नौ वर्षों तक जेल में रहने के बाद सभी कातिलों के स्वभाव में बड़ा बदलाव आ गया है। जेल सूत्रों के मुताबिक, कोर्ट से राहत न मिलने के बाद सभी कातिल राम की भक्ति में डूब गए हैं। अब वह जेल में सुबह-शाम पूजा करते हैं। साथ में राम का नाम लिखे हैं। सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने से पहले भी सभी कातिलों ने जेल में पूजा की थी। इसके बाद ही सिविल कोर्ट जाने के लिए निकले थे।

जेल में मिलने पहुंचे घरवाले
सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने के बाद गुरुवार को मंजूनाथ हत्याकांड के मुजरिमों के घरवाले जेल में पहुंचे। सभी ने उनसे मुलाकात की और ढाढ़स बंधाया। सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने के बाद सभी के चेहरे लटक गए हैं। उनकी जेल से बाहर आने की उम्मीद टूट चुकी है।

मंजूनाथ की हत्या में सजा काट रहे सभी बंदियों का एक और मुकदमा सिविल कोर्ट में विचाराधीन है। इस मुकदमे में सभी की पेशी हो रही है। जब तक इस मुकदमे का रिजल्ट नहीं आ जाता, तब तक किसी भी बंदी को सेंट्रल जेल नहीं भेजा जा सकता।
ज्ञान प्रकाश, जेलर

 

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