फोटो गैलरी

Hindi Newsस्वाइन फ्लू को लेकर विधानसभा में हंगामा

स्वाइन फ्लू को लेकर विधानसभा में हंगामा

राज्य में स्वाइन फ्लू से तीन लोगों की मौत को लेकर विपक्षी दलों ने बुधवार को विधानसभा में जम कर हंगामा किया। इसे लेकर प्रश्नकाल की कार्यवाही आधे घंटे तक ठप रही। झाविमो विधायक दल के नेता प्रदीप यादव ने...

स्वाइन फ्लू को लेकर विधानसभा में हंगामा
लाइव हिन्दुस्तान टीमWed, 11 Mar 2015 10:59 PM
ऐप पर पढ़ें

राज्य में स्वाइन फ्लू से तीन लोगों की मौत को लेकर विपक्षी दलों ने बुधवार को विधानसभा में जम कर हंगामा किया। इसे लेकर प्रश्नकाल की कार्यवाही आधे घंटे तक ठप रही। झाविमो विधायक दल के नेता प्रदीप यादव ने स्वाइन फ्लू पर चर्चा कराने के लिए कार्यस्थगन का प्रस्ताव लाया, जिसे स्पीकर दिनेश उरांव ने अस्वीकार कर दिया। सभा की कार्यवाही शुरू होते ही झामुमो, कांग्रेस और झाविमो के विधायकों ने हंगामा शुरू कर दिया। प्रतिपक्ष के नेता हेमंत सोरेन ने कहा कि स्वाइन फ्लू से तीन लोगों की मौत हो चुकी है और सरकार चुप बैठी है। प्रदीप यादव ने सभी कामों को स्थगित कर विशेष चर्चा कराने की मांग रखी। इससे पहले विपक्ष के तमाम विधायक ने विधानसभा के बाहर मास्क लगाकर प्रदर्शन किया।

स्पीकर ने स्वास्थ्य मंत्री से सरकार का पक्ष रखवा कर मामले को शांत करने का प्रयास किया, लेकिन विपक्ष मानने को तैयार नहीं था। स्वास्थ्य मंत्री रामचन्द्र चंन्द्रवंशी ने कहा कि स्वाइन फ्लू से निबटने के लिए कई कारगर कदम उठाए गए हैं। सभी सदर अस्पतालों में तीन प्रकार की दवाइयां उपलब्ध करा दी गई है। एयरपोर्ट, रेलवे स्टेशन और बस स्टैण्डों में शिविर लगाकर बाहर से आने वाले यात्रियों की जांच की जा रही है। निजी अस्पतालों को भी ऐसे मरीजों को भरती करने और इलाज करने का निर्देश दिया गया है। संदिग्ध मरीजों के ब्लड सैंपल जांच के लिए विमान से भेजे जाएंगे। नगर विकास मंत्री सीपी सिंह और खाद्य आपूर्ति मंत्री सरयू राय ने भी स्वाइन फ्लू से तीन लोगों के मरने की बात स्वीकार करते हुए कहा कि सरकार इसकी रोकथाम के लिए कारगर कदम उठा रही है। 

विपक्ष मंत्री के जवाब को भ्रामक बताते हुए चर्चा कराने पर अड़ा रहा। इस बीच भाजपा के निर्भय शाहाबादी, अनंत कुमार ओझा, विरंची नारायण सहित कई विधायकों ने खड़े होकर सरकार का बचाव किया। उन्होंने कहा कि स्वाइन फ्लू की चिंता केवल विपक्ष को नहीं है। इसे लेकर सरकार भी चिंतित है। स्थिति गंभीर होते देख स्पीकर ने चार से साढ़े चार बजे तक चर्चा के लिए समय निर्धारित की। इसके बाद विपक्ष शांत हुआ। 

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें