भाजपा भूल का अहसास कर शिवसेना के साथ सुलह की आस में है: उद्धव
शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने शुक्रवार को दावा किया कि भाजपा को अपनी भूल समझ में आ गयी है और इसलिए वह शिवसेना से सुलह की आस में है लेकिन उन्होंने बीएमसी चुनाव के बाद अपनी पार्टी के साथ किसी गठबंधन की...
शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने शुक्रवार को दावा किया कि भाजपा को अपनी भूल समझ में आ गयी है और इसलिए वह शिवसेना से सुलह की आस में है लेकिन उन्होंने बीएमसी चुनाव के बाद अपनी पार्टी के साथ किसी गठबंधन की संभावना से इनकार किया।
ठाकरे ने कहा कि भाजपा अध्यक्ष अमित शाह कहते हैं कि बीएमसी चुनाव में यह दोस्ताना मैच है। उसका बस यह मतलब है कि भाजपा को अपनी गलती का अहसास हो गया है। वह समक्ष गयी है कि उसने गलत कदम उठा लिया है और उसके लिए मुम्बईवासियों के गुस्से से लड़ना मुश्किल है। वह अपनी पार्टी के मुखपत्र में एक साक्षात्कार में एक सवाल का जवाब दे रहे थे।
शाह ने रविवार को कहा था कि शिवसेना के साथ कोई मतभेद नहीं है और उन्होंने उम्मीद जतायी थी कि महाराष्ट्र नगर निकाय चुनाव स्वतंत्र रूप से लड़ने के पार्टी के फैसले से गठबंधन को कोई नुकसान नहीं पहुंचने जा रहा है।
उद्धव ने कहा कि लेकिन मैं क्यों अब उससे (भाजपा से) समझौता करूं। जब मैंने उसके दिमाग के बुरे विचार देख लिए हैं तो मैं क्यों उससे गले लगूं। कोई समझौता कभी नहीं होगा। यह संभव नहीं है। मैं अब दृढ़ हूं। यदि मैं दृढ़ नहीं होता तो मैंने यह घोषणा नहीं की होती कि मैं भविष्य में अपनी पार्टी के लिए नया रास्ता ढूंढ़ रहा हूं।
जब उनसे पूछा गया कि क्या वह महाराष्ट्र में भाजपा से समर्थन वापस लेंगे तो उन्होंने कहा कि मुझे उसके बारे में सोचना पड़ेगा। यदि वह अनैतिक तरीके से राज्य को बांटने के बारे में सोच रही है तो मुझे उसका समर्थन करने के बारे में गंभीरता से सोचना पड़ेगा। वे शिवाजी महाराज के स्मारक के लिए बस जलपूजन कर उनके भक्त नहीं बन सकते। शिवसेना ने हाल ही में बहन्मुम्बई महानगरपालिका (बीएमसी) में भाजपा से संबंध तोड़ लिया। बीएमसी चुनाव 21 फरवरी को है।