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कावेरी विवादः विपक्षी दलों ने बुलाया तमिलनाडु बंद, 15 हजार जवान तैनात

कावेरी विवाद तो सुलझने का नाम ही नहीं ले रहा है, तमिलनाडु और कर्नाटक के बीच कावेरी नदी को लेकर विवाद बढ़ता ही जा रहा है। आज फिर से कई व्यापारी संगठन और किसानों ने एक दिवसीय बंद का आह्वान किया है। इस...

कावेरी विवादः विपक्षी दलों ने बुलाया तमिलनाडु बंद, 15 हजार जवान तैनात
लाइव हिन्दुस्तान टीमFri, 16 Sep 2016 12:10 PM
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कावेरी विवाद तो सुलझने का नाम ही नहीं ले रहा है, तमिलनाडु और कर्नाटक के बीच कावेरी नदी को लेकर विवाद बढ़ता ही जा रहा है। आज फिर से कई व्यापारी संगठन और किसानों ने एक दिवसीय बंद का आह्वान किया है। इस बंद के मद्देनजर सरकार ने भी अपनी तैयारी पूरी कर ली है। 

सुरक्षा के इंतजाम कड़े 

तमिलनाडु में सशस्त्र रिजर्व बलों समेत हजारों पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं और चेन्नई में 15,000 पुलिसकर्मी डयूटी पर हैं। कर्नाटक से जुड़े व्यापारिक प्रतिष्ठानों, स्कूलों, संस्थाओं और कष्णगिरि जिले समेत जिन इलाकों में कन्नड़ भाषी लोग रहते हैं, वहां सुरक्षा मुहैया कराई जा रही है। 

बंद का असर सुबह से शुरू हो गया है। सरकार ने पिछले बंद के दौरान हुई हिंसा के मद्देनजर आज सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए हैं और बड़ी मात्रा में फोर्स तैनात किए हैं। द्रमुक समेत कई विपक्षी दलों ने इस बंद का समर्थन किया है। एमडीएमके के मुखिया वाइको को प्रदर्शन के दौरान हिरासत में ले लिया गया है। 

बंद बुलाने वालों ने कहा है कि सड़क एवं रेल रोको समेत कई विरोध प्रदर्शन होंगे। पुलिस ने कहा कि इस दौरान कड़ी निगरानी की जा रही है और सार्वजनिक शांति भंग करने या सड़क एवं रेल परिवहन की स्वतंत्र आवाजाही में किसी भी प्रकार की बाधा उत्पन्न करने की कोशिशें नहीं करने दी जाएंगी।


 
आमतौर पर सुबह होते ही खुल जाने वाली किराने की स्थानीय दुकानें विरोध के मददेनजर बंद रहीं। राज्य परिवहन निगम द्वारा संचालित बसों के अलावा ट्रेनें सामान्य रूप से चल रही हैं लेकिन ऑटो, टैक्सी और वाणिज्यिक माल ढोने वाले वाहन सड़कों से नदारद रहे।



राज्य के लिए कावेरी के जल की मांग करने और कर्नाटक में तमिल लोगों को निशाना साधकर की गई हिंसा के विरोध में बंद का आहवान किया गया है। सत्तारूढ़ अन्नाद्रमुक, उसके सहयोगियों एवं उससे संबद्ध श्रमिक संघों को छोड़कर द्रमुक, तमिलनाडु कांग्रेस, डीएमडीके, एमडीएमके, वाम दलों और पीएमके समेत अन्य सभी विपक्षी दलों ने बंद का समर्थन किया है।

इधर, मुख्यमंत्री सिद्दरमैया ने पीएम को इस मामले में हस्तक्षेप करने के लिए एक पत्र लिखा है। 

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