NSG पर चीन के विरोध जताने के बाद मोदी ने की रूसी राष्ट्रपति से बात
भारत NSG (न्यूक्लियर सप्लायर ग्रुप) का सदस्य बनना चाहता है। पीएम मोदी का हालिया दौरा इसके लिए समर्पित भी रहा। चीन और पाकिस्तान नहीं चाहते कि भारत को NSG की सदस्यता मिले। वहीं भारत भी अपनी ओर से कोई...
भारत NSG (न्यूक्लियर सप्लायर ग्रुप) का सदस्य बनना चाहता है। पीएम मोदी का हालिया दौरा इसके लिए समर्पित भी रहा। चीन और पाकिस्तान नहीं चाहते कि भारत को NSG की सदस्यता मिले। वहीं भारत भी अपनी ओर से कोई कमी नहीं छोड़ना चाहता। पीएम मोदी ने रूस के राष्ट्रपति पुतिन को भी इस संदर्भ में फोन किया और लंबी बात की। NSG मुद्दे पर अमेरिका, भारत के पक्ष में है और चीन भारत के खिलाफ। ऐसे में रूस का रुख काफी महत्वपूर्ण हो सकता है।
चीन परमाणु आपूर्तिकर्ता समूह (एनएसजी) में भारत को शामिल नहीं किए जाने पर अड़ा हुआ है। चीन ने कहा कि एनपीटी पर हस्ताक्षर नहीं करने वाले देशों एनएसजी में शामिल नहीं किया जाए क्योंकि यह अप्रसार को रोकने की कोशिशों की अनदेखी होगी। चीन का कहना है कि यदि भारत को एनएसजी में शामिल किया जाता है तो पाकिस्तान को भी सदस्यता दी जाए। अमेरिका, स्विट्जरलैंड, मैक्सिको, ब्रिटेन समेत कई बड़े देश भारत को शामिल करने के पक्ष में हैं।