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गुलजार की कविता से शुरू हुआ 10वां जयपुर साहित्य उत्सव

जयपुर साहित्य उत्सव (जेएलएफ) की शुरूआत यहां के दिग्गी पैलेस में जाने माने गीतकार गुलजार की कविता से हुई। मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने गुलजार, अमेरिकी कवि एन्ने वाल्डमैन और आध्यात्मिक लेखक साधगुरू की...

गुलजार की कविता से शुरू हुआ 10वां जयपुर साहित्य उत्सव
एजेंसीFri, 20 Jan 2017 12:14 PM
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जयपुर साहित्य उत्सव (जेएलएफ) की शुरूआत यहां के दिग्गी पैलेस में जाने माने गीतकार गुलजार की कविता से हुई। मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने गुलजार, अमेरिकी कवि एन्ने वाल्डमैन और आध्यात्मिक लेखक साधगुरू की मौजूदगी में पांच दिनों तक चलने वाले समारोह की शुरूआत की जिसका विषय है।- द फ्रीडम टू ड्रीम : इंडिया एट 70 

राजे ने कहा, जेएलएफ की लोकप्रियता काफी तेजी से बढ़ी है और इसकी नकल में दूसरे उत्सव भी शुरू हुए हैं जो अच्छी बात है। मुख्यमंत्री ने डिजिटलीकरण की कई योजनाओं को भी सूचीबद्ध किया जिसमें जल संरक्षण और स्वास्थ्य बीमा, बच्चियों के लिए शिक्षा आदि शामिल है।
    
बॉलीवुड के कई कर्णप्रिय गाने लिखने वाले गुलजार ने भीड़ में लेखक बनने की चाहत रखने वालों को संबोधित किया और उनसे कहा कि खुद से सवाल पूछें कि उनकी लेखनी से जनता और समाज पर क्या असर होगा। उन्होंने कहा, यह पूछना महत्वपूर्ण है कि कोई क्यों लिखता है। खुद से पूछना चाहिए कि क्या आत्मसंतोष के लिए लिख रहे हैं या खुद या समाज को मूर्ख बनाने के लिए लिख रहे हैं। समाज की संपूर्ण अंतररात्मा को मूर्ख नहीं बनाया जा सकता।

उन्होंने समारोह के आयोजकों की उनके अथक कार्य के लिए प्रशंसा की और कहा कि युवा लेखकों को प्रोत्साहित करने में साहित्य उत्सव का बड़ा योगदान है। उन्होंने उनसे प्रति वर्ष भारतीय लेखकों पर ध्यान केंद्रित करने की अपील की। उन्होंने कहा, उन्हें क्षेत्रीय भाषा कहना गलत है। वे सभी राष्ट्रीय भाषा हैं और उन्हें पयार्प्त महत्व दिया जाना चाहिए। उत्सव में नियमित आने वाले और दर्शकों के आकर्षण का केंद्र गुलजार इस वर्ष उदूर् पर एक सत्र में हिस्सा लेंगे।

सांस्कतिक और राजनीतिक कार्यकतार् वाल्डमैन ने डोनाल्ड ट्रम्प के खिलाफ महिलाओं के वॉशिंगटन मार्च का समर्थन किया और नये राष्ट्रपति के शुरूआती कार्यक्रम को भयावह बताया।
उन्होंने कहा, यह मनहूस वक्त है। हम सोच के खिलाफ युद्ध का सामना कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि दुनिया को जगाने के लिए कलाकारों को अपने कौशल का इस्तेमाल करना चाहिए।
  
उन्होंने कहा, क्या अत्याचार के बीच खूबसूरती हो सकती है मेरा मानना है कि हमें सवाल पूछने की अब छूट नहीं है। कला का उददेश्य दुनिया को जागत करने में सहयोग करना है।आयोजकों ने कहा कि इस वर्ष उन्हें पिछले वर्ष की तुलना में ज्यादा लोगों के जुटने की उम्मीद है। उत्सव में 250 लेखक, विचारक, नेता और लोकप्रिय सांस्कतिक हस्तियों के शामिल होने का कार्यक्रम है।
     
स्कॉटलैंड के इतिहासकार विलियम डेलरिम्पल ने कहा, साहित्य वाचन पर पहली बार 16 लोग जुटे थे। इस वर्ष पिछले वर्ष की तुलना में दोगुना पंजीकरण है और उत्सव आगे बढ़ रहा है।

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