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गृह मंत्रालय की चेतावनी, बंगाल के युवाओं पर है आईएसआईएस की नजर

अगर खुफिया एजेंसियों पर भरोसा करें तो आतंकवादी संगठन आईएसआईएस के लिए पश्चिम बंगाल एक अहम राज्य हो सकता है क्योंकि युवाओं को आतंकवाद की लड़ाई में शामिल करने के लिए वहां उनको संभावनाएं दिख रही हैं। इस...

गृह मंत्रालय की चेतावनी, बंगाल के युवाओं पर है आईएसआईएस की नजर
लाइव हिन्दुस्तान टीमMon, 23 Nov 2015 02:56 PM
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अगर खुफिया एजेंसियों पर भरोसा करें तो आतंकवादी संगठन आईएसआईएस के लिए पश्चिम बंगाल एक अहम राज्य हो सकता है क्योंकि युवाओं को आतंकवाद की लड़ाई में शामिल करने के लिए वहां उनको संभावनाएं दिख रही हैं। इस प्रतिबंधित आतंकी संगठन में शामिल करने के लिए युवाओं के प्रोत्साहन के लिए न केवल साइबर रूट खोला गया है बल्कि राज्य के सीमावर्ती जिलों में उन लोगों ने अपनी उपस्थिति भी दर्ज करा दी है।

एक अंग्रेजी अखबार में छपी खबर के अनुसार, गृह मंत्रालय ने भी कई बार राज्य सरकार को चेतावनी दी है और गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने आगाह किया था कि पश्चिम बंगाल आतंकी गतिविधियों के लिए एक संभावित खतरा है। हालांकि राज्य सरकार को अभी सूबे में आतंकी गतिविधियों की निगरानी के लिए एक साइबर सेल खोलना बाकी है।

अगस्त के पहले सप्ताह में 12 राज्यों के पुलिस महानिदेशकों की बैठक में पूर्व केंद्रीय गृह सचिव एलसी गोयल ने इस बात की ओर इशारा किया था कि हावड़ा एक ऐसी जगह है जहां के कुछ युवाओं ने आईएसआईएस की गतिविधियों को ऑनलाइन फॉलो किया है और उनकी पहुंच सोशल मीडिया तक है। उस बैठक में पश्चिम बंगाल के पुलिस प्रमुख जी एम पी रेड्डी भी शामिल थे।

तब मंत्रालय ने राज्य सरकार को साइबर विशेषज्ञों की एक टीम गठित करने को कहा था। उनको बेंगलुरू के नेशनल टेक्निकल एंड रिसर्च ऑर्गेनाइजेशन में प्रशिक्षण दिया जाएगा ताकि वे सोशल नेटवर्किंग साइटों की निगरानी कर सकें।

जब राज्य के एक वरिष्ठ अधिकारी से इस बारे में पूछा गया तो उसने बताया कि चार महीने गुजर जाने के बाद भी राज्य सरकार साइबर सेल का गठन नहीं कर पाई।

आईबी ने एक राष्ट्रीय सर्वे कराया था, जिसमें यह बात सामने आई थी कि आईएसआईएस युवाओं को अपने से जोड़ने के लिए पश्चिम बंगाल पर नजरें जमाए रखने की कोशिश कर रहा है। उस सर्वे में हावड़ा चौथा शहर था, जहां के युवाओं ने आईएसआईएस में ऑनलाइन रूचि दिखाई थी। इस सूची में पहले श्रीनगर, फिर गुवाहाटी और चिंचवाड़ का नंबर था। पिछले दो महीने में पश्चिम बंगाल के नाडिया और मुर्शिदाबाद के सीमावर्ती गांवों में बडे़ पैमाने पर आईएस के पोस्टर प्राप्त हुए थे। कुछ दिनों पहले ही आईएस ने बंगाली में अपने संदेश वाले वीडियो अपलोड किए थे।     

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