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Hindi Newsआतंकवाद न होता तो दुनिया में हर दिन दिवाली होती 

आतंकवाद न होता तो दुनिया में हर दिन दिवाली होती 

हर साल के साथ आतंकवाद और भयावह होता जा रहा है। इसके साथ ही दुनिया को होने वाले नुकसान में भी कई गुना इजाफा हो रहा है। वैश्विक आतंकवाद इंडेक्स के मुताबिक 2014 में पिछले साल की तुलना में 1,33,520 करोड़...

आतंकवाद न होता तो दुनिया में हर दिन दिवाली होती 
लाइव हिन्दुस्तान टीमSat, 29 Oct 2016 11:00 AM
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हर साल के साथ आतंकवाद और भयावह होता जा रहा है। इसके साथ ही दुनिया को होने वाले नुकसान में भी कई गुना इजाफा हो रहा है। वैश्विक आतंकवाद इंडेक्स के मुताबिक 2014 में पिछले साल की तुलना में 1,33,520 करोड़ रुपए का अतिरिक्त नुकसान हुआ है।

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9/11 के समय से भी ज्यादा मुश्किलें

3,44,138 करोड़ रुपये का घाटा 9/11 हमले के बाद 2001 में हुआ था 
3,53,160 करोड़ रुपये की चपत दुनिया को 2014 में 
2,19,640 करोड़ रुपये का नुकसान 2013 में हुआ था 
10.62 लाख करोड़ रुपये का नुकसान इराक 2005-2014 के बीच झेल चुका

मुंबई हमले के बाद विकास दर पर लगी ब्रेक 

आतंकवाद से लड़ाई के लिए भारत को भी मोटी कीमत चुकानी पड़ रही है। 26 नवंबर, 2011 को मुंबई हमले के बाद बड़ी संख्या में विदेशी निवेशक वापस लौट गए, जिससे विकास दर प्रभावित हुई। 

90,194 करोड़ रुपये विदेशी निवेशकों ने मुंबई हमले के बाद वापस खींचे
9.3% से 7 फीसदी पर आ गई थी भारतीय जीडीपी की विकास दर 

राष्ट्रीय सुरक्षा पर भी मोटा खर्च

आतंकी हमलों की बढ़ती आशंका के चलते दुनियाभर के देश अपनी राष्ट्रीय सुरक्षा को मजबूत करने में भी जुटे हुए हैं। 7,81,677 करोड़ पूरी दुनिया सुरक्षा पर खर्च करते हैं।

अमेरिका का आतंक की भेंट चढ़ रहीं जिंदगी 

32,700 लोग दुनियाभर में मारे गए
2014 में 416 भारतीय मारे गए
2014 में 6 आतंकी हमले हो चुके हैं भारत में और इस साल 49 लोगों की जान हमलों में गई है।

पाकिस्तान ‘कंगाली’  के कगार पर

पाक भले ही आतंकवाद को पालने में लगा हुआ है, लेकिन इस खतरनाक ‘सांप’ ने उसे भी खूब डसा है। आतंकवाद की वजह से उसका घाटा लगातार बढ़ता ही जा रहा है। कई विशेषज्ञों की मानें तो हालत यही रही तो जल्द ही वह ‘कंगाली’ के कगार पर पहुंच सकता है। 

7,90,429 करोड़ रुपये का नुकसान उठा चुका पाक पिछले 14 साल में 98,879 करोड़ रुपये का घाटा पिछले दो वित्त वर्षों में हुआ है।

(स्रोत : ग्लोबल टेरेरिज्म इंडेक्स-2015, पाक का आर्थिक सर्वे)

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