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सनातन संस्था के सदस्यों ने की थी दाभोलकर की हत्या!

सीबीआई को ऐसा विश्वास है कि उसने सामाजिक कार्यकर्ता नरेंद्र दाभोलकर हत्याकांड में शामिल हत्यारों और साजिशकर्ताओं का पता लगा लिया है।  एक अंग्रेजी समाचार पत्र में छपी खबर के अनुसार, सूत्रों का...

सनातन संस्था के सदस्यों ने की थी दाभोलकर की हत्या!
लाइव हिन्दुस्तान टीमTue, 14 Jun 2016 01:06 PM
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सीबीआई को ऐसा विश्वास है कि उसने सामाजिक कार्यकर्ता नरेंद्र दाभोलकर हत्याकांड में शामिल हत्यारों और साजिशकर्ताओं का पता लगा लिया है। 

एक अंग्रेजी समाचार पत्र में छपी खबर के अनुसार, सूत्रों का कहना है कि पुणे में 2013 में इस वारदात में शामिल दो कथित शूटर सनातन संस्था के सदस्य हैं। ये दोनों 2009 के गोवा धमाके मामले में वांछित हैं।

सूत्रों के अनुसार, सीबीआई ने एक शूटर की पहचान सारंग अकोलकर के रूप में की है। वह फिलहाल फरार है। हालांकि दूसरे की पहचान अभी उजागर नहीं की है।

सूत्रों का कहना है कि सीबीआई हिंदू जनजागृति समिति के सदस्य वीरेंद्र सिंह तावड़े के लैपटॉप से मिले ई-मेल्स, 
स्केच और जांच के आधार पर इस नतीजे तक पहुंची है। तावडे़ को शुक्रवार को गिरफ्तार किया गया था। 

जांच से जुडे़ एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि जांच से वे लोग इस निष्कर्ष तक पहुंचे हैं कि चार लोगों के एक समूह ने इस हत्याकांड की साजिश रची। तावडे़ उस समूह का दूसरे नंबर का सरगना है। उनको पता चला है कि तावडे़ को किसी और शख्स से आदेश मिलते थे और वह अकोलकर और संस्था के दूसरे सदस्य को वह जानकारी पहुंचाता था। उन लोगों का मानना है कि अकोलकर और चौथे शख्स ने इस हत्याकांड को अंजाम दिया। तावडे़ और उसका हैंडलर इस हत्याकांड के मुख्य साजिशकर्ता हैं।

सूत्रों के अनुसार, कथिततौर पर तावड़े ने 2010 में अकोलकर को भेजे ईमेल्स में लिखा है कि दाभोलकर उनका मुख्य निशाना हैं।   

इस केस के जांच से जुडे़ एक अन्य अधिकारी ने बताया कि उनका मानना है कि संस्था के एक बडे़ सदस्य ने दाभोलकर को मारने का आदेश दिया था। बाद में तावडे़ ने यह काम अकोलकर को सौंपा। तावड़े ने कई ईमेल किए हैं, जिसमें टारगेड और हत्या शब्द का प्रयोग किया गया है। 

गौरतलब है कि अंधविश्वास के खिलाफ जनजागरुकता अभियान चला रहे दाभोलकर की 2013 में पुणे में हत्या कर दी गई थी। हिंदू जनजागृति समिति का संबंध गोवा की कट्टर सनातन संस्था से मिला है। फरवरी 2015 में एक अन्य तर्कवादी गोविंद पंसारे की हत्या को लेकर भी सतानत संस्था जांच के दायरे में है।

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