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आजाद को यूपी, कमलनाथ को पंजाब की जिम्मेदारी

चार राज्यों के विधानसभा चुनाव में हार और पार्टी उपाध्यक्ष राहुल गांधी को अध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंपे जाने की चर्चाओं के बीच कांग्रेस ने संगठन में फेरबदल की प्रक्रिया शुरू कर दी है।  राज्यसभा...

आजाद को यूपी, कमलनाथ को पंजाब की जिम्मेदारी
लाइव हिन्दुस्तान टीमSun, 12 Jun 2016 08:21 PM
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चार राज्यों के विधानसभा चुनाव में हार और पार्टी उपाध्यक्ष राहुल गांधी को अध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंपे जाने की चर्चाओं के बीच कांग्रेस ने संगठन में फेरबदल की प्रक्रिया शुरू कर दी है। 

राज्यसभा में विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद को उत्तर प्रदेश और वरिष्ठ नेता कमलनाथ को हरियाणा और पंजाब का प्रभारी बनाया गया है। यूपी और पंजाब में अगले साल विधानसभा चुनाव होने हैं। 

कांग्रेस महासचिव जनार्दन द्विवेदी ने कहा कि गुलाम नबी आजाद और कमलनाथ को एआईसीसी में महासचिव नियुक्त किया गया है। आजाद और कमलनाथ के नाम के ऐलान के बाद यह साफ हो गया है कि जल्द ही एआईसीसी में कुछ और बदलाव किए जा सकते हैं। गुलाम नबी आजाद को यूपी का प्रभार सौंपे जाने के बाद अभी तक प्रदेश की जिम्मेदारी संभाल रहे पार्टी महासचिव मधुसूदन मिस्त्री के पास सिर्फ केंद्रीय चुनाव समिति (सीईसी) का काम रह गया है। 

वरिष्ठ नेता कमलनाथ को हरियाणा और पंजाब का प्रभारी बनाने से शकील अहमद पार्टी महासचिव के पद से हट गए हैं। कांग्रेस के एक नेता ने कहा कि शकील अहमद को बिहार कांग्रेस अध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंपी जा सकती है। बिहार प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अशोक चौधरी संगठन के साथ सरकार में मंत्री का पद भी संभाल रहे हैं। पार्टी अगले कुछ दिनों में बिहार, उत्तर प्रदेश और झारखंड सहित कई प्रदेशों में अध्यक्ष बदल सकती है। 

यूपी में आजाद क्यों बने प्रभारी
उत्तर प्रदेश में चुनाव रणनीतिकार प्रशांत किशोर के कारण कार्यकर्ताओं में लगातार बढ़ रहे असंतोष और मिस्री के उसे संभाल पाने में असफल रहने के बाद राज्य में बदलाव जरूरी हो गया था। पार्टी को यह भी लग रहा है कि गुलाम नबी आजाद के रहने से वह मुस्लिम समुदाय की सहानुभूति हासिल कर पाएगी। आजाद हालांकि डेढ़ दशक पहले भी राज्य के प्रभारी रह चुके हैं और तब भी पार्टी को कोई खास फायदा नहीं हुआ था। राज्यसभा चुनाव में बगावत के बाद पार्टी के पास नदीम जावेद सहित दो ही मुस्लिम विधायक बचे हैं। 

यूपी में भी बदलाव जल्द
गुलाम नबी आजाद को प्रभारी बनाए जाने के बाद यूपी कांग्रेस में बदलाव तय है। पार्टी के एक नेता ने कहा कि प्रदेश कांग्रेस में ब्राह्मण के साथ किसी दलित नेता को भी जिम्मेदारी सौंपी जा सकती है।

पंजाब में कमलनाथ क्यों बने प्रभारी
पंजाब में कैप्टन अमरिंदर सिंह के प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष बनने के बाद प्रभारी के तौर पर शकील अहमद बहुत प्रभावी नहीं रहे थे। कार्यकर्ता लगातार यह शिकायत कर रहे थे कि कैप्टन अमरिंदर सिंह एकतरफा फैसले कर रहे हैं। कमलनाथ पार्टी के वरिष्ठ नेता हैं, ऐसे में कांग्रेस को उम्मीद है कि कमलनाथ के प्रभारी बनने से कार्यकर्ताओं की नाराजगी कुछ हद तक कम होगी। हालांकि, कमलनाथ की ज्यादा दिलचस्पी मध्य प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष बनने में है।

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