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मनोहर पर्रिकर के बयान पर भड़का पाकिस्तान

पाकिस्तान ने आतंकवाद पर भारतीय रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर के बयान पर चिंता जताई। पर्रिकर ने कहा था कि आतंकवादियों के माध्यम से ही आतंकवादियों का सफाया किया जा सकता है। पाकिस्तान ने कहा कि इस बयान...

मनोहर पर्रिकर के बयान पर भड़का पाकिस्तान
एजेंसीSun, 24 May 2015 02:01 PM
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पाकिस्तान ने आतंकवाद पर भारतीय रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर के बयान पर चिंता जताई। पर्रिकर ने कहा था कि आतंकवादियों के माध्यम से ही आतंकवादियों का सफाया किया जा सकता है।

पाकिस्तान ने कहा कि इस बयान से आतंकवाद में भारत के शामिल होने की आशंका की पुष्टि होती है।

विदेश मामलों पर पाकिस्तानी प्रधानमंत्री के सलाहकार सरताज अजीज ने कहा कि यह पहला मौका है, जब किसी चुनी हुई सरकार के मंत्री ने दूसरे देश में आतंकवाद को रोकने के नाम पर उस देश में आतंकवाद के इस्तेमाल की खुलकर वकालत की।

उन्होंने कहा कि पाकिस्तान गंभीरता से भारत के साथ अच्छे पड़ोसी के रिश्ते रखने की नीति का पालन करता है।

गौरतलब है कि पर्रिकर ने गुरुवार को आतंकवादियों के जरिए ही आतंकवादियों को समाप्त करने पर जोर देते हुए कहा था कि भारत किसी विदेशी धरती से रचे गए  26/11 जैसे हमलों को रोकने के लिए अग्रसक्रियता से कदम उठाएगा।

रक्षामंत्री मनोहर पर्रिकर का बयान

रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने आतंकवाद के खात्मे को लेकर बड़ा बयान दिया है। पर्रिकर ने कहा कि आतंकियों को मारने के लिए आतंकी बनाने में क्या बुराई है। एक इंटरव्यू में उन्होंने कहा कि, कई लोग पैसों के बहकावे में आकर आतंकवादी बन जाते हैं। अगर ऐसे लोग हैं, तो फिर हम उनका इस्तेमाल क्यों नहीं करें।

उन्होंने कहा कि आतंकियों के खिलाफ आतंकी इस्तेमाल करने में क्या नुकसान है। हमारे सैनिक ही क्यों जाकर लड़ें। आतंकियों के खिलाफ हमारी रणनीति की प्राथमिकता उन्हें पहले पहचानने और फिर बेअसर करने की है। आतंकियों को मारने के लिए खुफिया जानकारियां जुटाई जा रही हैं।

रक्षा मंत्री ने कहा कि मोदी सरकार के सत्ता में आने के बाद सीमा पर घुसपैठ कम हुई है और खुफिया प्रणाली मजबूत हुई है। सेना को साफ निर्देश दिए गए हैं कि जो भी घुसपैठ की कोशिश करे उसका सफाया कर दिया जाए। हालांकि सेना को यह एहतियात बरतने को भी कहा गया है कि इस तरह के अभियान में जानमाल का नुकसान न हो और कोई भारतीय जवान शहीद न हों।

उन्होंने कहा कि बंदूक लेकर आने वाले आतंकवादी के साथ मानवीयता का व्यवहार नहीं किया जा सकता। वह हर हाल में सेना के साथ खड़े रहेंगे। सेना के पास गोला बारूद की कमी के बारे में उन्होंने कहा कि अब स्थिति में सुधार हुआ है और इसे बढ़ाने के लिए आयुध फैक्ट्रियों में संसाधन जुटाए जा रहे हैं।

संसद में हाल ही में रखी गई कैग की रिपोर्ट में कहा गया था कि सेना के पास गोला बारूद की भारी कमी है। उन्होंने कहा कि यह रिपोर्ट 2008 से 13 की अवधि के बारे में है और उसके बाद से स्थिति में सुधार हुआ है। पिछले वर्ष ही गोला बारूद के निर्माण में 18 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है।

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