राजनाथ ने मुफ्ती से बात की, जम्मू-कश्मीर सरकार से कड़ी कार्रवाई करने को कहा
केंद्र सरकार ने जम्मू-कश्मीर सरकार से श्रीनगर के बाहरी हिस्से में कट्टरपंथी अलगाववादी नेता सैयद अली शाह गिलानी की कल आयोजित रैली के दौरान राष्ट्र विरोधी गतिविधियों में लिप्त लोगों के खिलाफ यथासंभव...
केंद्र सरकार ने जम्मू-कश्मीर सरकार से श्रीनगर के बाहरी हिस्से में कट्टरपंथी अलगाववादी नेता सैयद अली शाह गिलानी की कल आयोजित रैली के दौरान राष्ट्र विरोधी गतिविधियों में लिप्त लोगों के खिलाफ यथासंभव कड़ी कार्रवाई करने को कहा है।
आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, केन्द्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने कल रात जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री मुफ्ती मोहम्मद सईद से बात की और स्पष्ट किया कि राष्ट्रीय सुरक्षा के मुद्दे से समझौता नहीं किया जा सकता। मुख्यमंत्री ने सिंह को बताया कि रैली में क्या हुआ था और वहां क्या स्थिति थी।
उनके मुताबिक, सिंह ने सईद से कहा कि ऐसे किसी भी कदम को बर्दाश्त नहीं किया जा सकता जिसे राष्ट्रविरोधी करार दिया जा सकता है। गृह मंत्री ने निर्देश दिया कि जो लोग इसमें लिप्त थे उनके खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए।
पांच साल के अंतराल के बाद, जम्मू-कश्मीर सरकार ने कल गिलानी को रैली करने की अनुमति दी थी जहां जेल से पिछले माह रिहा हुए मसरत आलम सहित उनके समर्थकों ने पाकिस्तान समर्थक नारे लगाए और अन्य ने पाकिस्तानी झंडे लहराए। राज्य में पीडीपी-भाजपा सरकार के सत्ता में आने के तत्काल बाद रिहा हुए आलम ने श्रीनगर हवाईअड्डा से हैदरपोरा में गिलानी के आवास तक निकाले गए मार्च का नेतृत्व किया।
वर्ष 2010 में गर्मियों में श्रीनगर में हुए आंदोलन के बाद यह गिलानी की पहली रैली थी। इस आंदोलन में 100 से अधिक युवा मारे गए थे। इस आंदोलन में आलम की अहम भूमिका थी और वह हड़तालों का साप्ताहिक कार्यक्रम जारी करता था। कुछ समर्थकों को हुर्रियत के झंडों के अलावा पाकिस्तानी झंडे लिए हुए भी देखा गया। उन्होंने पाकिस्तान समर्थक तथा आजादी समर्थक नारे भी लगाए।