फोटो गैलरी

Hindi Newsमाओवादी नेता किशनजी को ममता बनर्जी सरकार ने मारा था: अभिषेक

माओवादी नेता किशनजी को ममता बनर्जी सरकार ने मारा था: अभिषेक

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भतीजे और तृणमूल कांग्रेस के सांसद अभिषेक बनर्जी ने यह कह कर नया विवाद पैदा कर दिया है कि माओवादी नेता किशनजी को ममता सरकार ने मरवाया था। अभिषेक के इस बयान...

माओवादी नेता किशनजी को ममता बनर्जी सरकार ने मारा था: अभिषेक
लाइव हिन्दुस्तान टीमSat, 18 Jul 2015 07:53 PM
ऐप पर पढ़ें

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भतीजे और तृणमूल कांग्रेस के सांसद अभिषेक बनर्जी ने यह कह कर नया विवाद पैदा कर दिया है कि माओवादी नेता किशनजी को ममता सरकार ने मरवाया था। अभिषेक के इस बयान पर राजनीतिक दलों और मानवाधिकार कार्यकर्ताओं ने कड़ी प्रक्रिया दी है।

अभिषेक का बयान सुरक्षा बलों और राज्य सरकार के इस दावे के उलट है कि किशनजी को 24 नवंबर 2011 को पूर्व नियोजित ढंग से नहीं मारा गया था। शुक्रवार को पश्चिम मिदनापुर जिले के बेलपहाड़ी में एक रैली में अभिषेक ने कहा, इससे पहले आप जब भी अखबार खोलते तो आपको सिर्फ जंगलमहाल में लोगों के मारे जाने की खबरें मिलती हैं। लेकिन पिछले चार सालों में सिर्फ एक व्यक्ति मारा गया। वह और कोई नहीं बल्कि माओवादी नेता किशनजी था। ममता बनर्जी सरकार ने उसे मारकर साबित किया कि आने वाले दिनों में लोगों की ही चलेगी।

ममता के भतीजे अभिषेक ने कहा, सरकार सिर्फ लोगों की भलाई के लिए ही हथियार उठाएगी, आतंक फैलाने के लिए नहीं। पहले जंगलमहाल में हिंसा होती थी, लेकिन अब शांति कायम हो गई है।

बयान पर बवाल
अभिषेक के बयान पर विपक्षी दलों ने आक्रोश जाहिर किया और इस विवादित टिप्पणी को लेकर मुख्यमंत्री ममता से स्पष्टीकरण मांगा है। भाजपा के राष्ट्रीय सचिव सिद्धार्थ नाथ सिंह ने कहा, कानून का पालन न करना तो तृणमूल कांग्रेस शासन की निशानी है। ममता के भतीजे के बयान से यह स्वीकार कर लिया गया कि यह राज्य प्रायोजित हत्या थी। माकपा पोलित ब्यूरो सदस्य मोहम्मद सलीम ने कहा, अभिषेक बनर्जी ने सच्चाई उजागर कर दी है। ममता जब विपक्ष में थी तो उन्होंने माओवादी नेता आजाद को मारे जाने के मामले में जांच की मांग की थी। लेकिन जब वह सत्ता में आ गईं तो उन्होंने खुद ही किशनजी को मारने के लिए सरकारी मशीनरी का इस्तेमाल किया। सरकार किसी को नहीं मार सकती। किसी को सजा देने के लिए तय कानूनी प्रक्रिया है।

विवादित बयान से पुराना रिश्ता
अभिषेक अपने विवादित बयानों को लेकर सुर्खियों में रहे हैं। उन्होंने पिछले महीने तृणमूल कांग्रेस प्रशासन को चुनौती देने की हिमाकत करने वालों को धमकी देते हुए कहा था कि उनकी आंखें निकाल ली जाएंगी और हाथ काट दिए जाएंगे। इस मामले में भाजपा ने अभिषेक के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई थी।

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें