वीके-रिजिजू के विवादित बयानों से राजनाथ हुए खफा, लगाई फटकार, AAP ने पुलिस में दर्ज कराई शिकायत
केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने शुक्रवार को मंत्रियों और भाजपा नेताओं के विवादित बयानों पर नाराजगी जाहिर की। उन्होंने कहा,'किसी भी मुद्दे पर बयान देने से पहले नेता-मंत्री शब्दों के चयन में सावधानी...

केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने शुक्रवार को मंत्रियों और भाजपा नेताओं के विवादित बयानों पर नाराजगी जाहिर की। उन्होंने कहा,'किसी भी मुद्दे पर बयान देने से पहले नेता-मंत्री शब्दों के चयन में सावधानी बरतें। हमें सुनिश्चित करना है कि ऐसी कोई संभावना न रहे, जिसमें हमारे बयान की गलत व्याख्या हो या गलत संदेश जाए।'
लोगों की अपेक्षाएं हैं
विदेश राज्यमंत्री वीके सिंह द्वारा बल्लभगढ़ के दलित कांड पर दिए विवादित बयान के संदर्भ में गृहमत्री ने कहा, हमें यह नहीं भूलना चाहिए कि हम सत्ता में हैं। लोगों को हमसे अपेक्षाएं हैं। मेरा मानना है कि सत्तारूढ़ पार्टी के नेता के तौर पर हमें बयान देते समय अति सावधान रहने की जरूरत है।'
उन्होंने कहा, वीके सिंह और केंद्रीय गृहराज्य मंत्री किरण रिजिजू ने अपने बयानों पर पहले ही स्पष्टीकरण दे दिया है। अब यह मामला समाप्त हो जाना चाहिए। जनरल वीके सिंह ने अपने बयान के लिए सशर्त माफी मांगी थी। हरियाणा की घटना के लिए राज्य के मुख्यमंत्री से बात की जा रही है।
वीके सिंह की मुश्किलें बढ़ीं
अपने बयान को लेकर वीके सिंह की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। 'आप' ने वीके सिंह के विवादित बयान की शिकायत पुलिस से करते हुए हुए उनके खिलाफ अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति अधिनियम के तहत प्राथमिकी दर्ज करने की मांग की है। वहीं राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग ने उनके दलितों के बारे में दिए बयान पर स्वत:संज्ञान लेते हुए यूपी पुलिस के महानिदेशक और गाजियाबाद पुलिस को नोटिस जारी किया है। आम आदमी पार्टी की याचिका के आधार पर दिल्ली पुलिस कमिश्नर को भी नोटिस देकर पूछा है कि उन्होंने इस मामले में क्या कार्रवाई की है।
सरकार दबाव में
दोनों केंद्रीय मंत्रियों के बयान पर विपक्ष के साथ सहयोगी दलों की नाराजगी के बाद सरकार थोड़े दबाव में है। विपक्ष ने वीके सिंह के इस्तीफे को लेकर दबाव की राजनीति शुरू कर दी है।
जनरल चौतरफा घिरे
जीतनराम मांझी: भाजपा के सहयोगी और बिहार के पूर्व सीएम ने आलोचना करते हुए कहा- यह उनकी सामंती सोच को दर्शाता है।
मायावती: वीके सिंह तत्काल बर्खास्त किए जाएं। मोदी राज में दलित सुरक्षित नहीं हैं। भाजपा सरकार के राज में दलितों पर अत्याचार जारी हैं।
नीतीश कुमार: सिंह के बयान से ही लगता है कि वे लोग कितने संवेदनशील है। यह बयान उनकी मानसिकता को भी दर्शाता है।
लालू यादव: उन्होंने जो बोला वो भाजपा का मूल विचार है। जो दलित-पिछड़ा को जितना अधिक गाली देगा, शोषण करेगा उसे उतना बड़ा नेता मानते हैं।
पीएल पुनिया: केंद्रीय विदेश राज्यमंत्री के बयान से न केवल दलितों का अपमान हुआ है बल्कि पूरे समुदाय का अपमान हुआ है।
नसीहत देने की क्यों पड़ी जरूरत
मोदी सरकार अपने कुछ मंत्रियों ने बयान को लेकर घिर रही है। हाल में विदेश राज्यमंत्री जनरल सिंह वीके ने हरियाणा में दलितकांड पर कहा, अगर कोई कुत्ते को पत्थर मारे तो उसमें केंद्र सरकार क्या कर सकती है। हर बात के लिए केंद्र को जवाबदेह ठहराना उचित नहीं। वहीं गृहराज्य मंत्री किरण रिजिजू ने कहा, उत्तर भारतीय नियम तोड़ने में अव्वल हैं। ऐसा करके उन्हें गर्व महसूस होता है। हालांकि यह बयान दिल्ली के एक उपराज्यपाल ने दिया था लेकिन मैं इससे सहमत हूं।
बयान खारिज किया
आम आदमी पार्टी के नेता आशुतोष ने बयान के बाद वीके सिंह के स्पष्टीकरण को खारिज कर दिया। उन्होंने कहा कि यह बयान बिहार चुनावों को ध्यान में रखकर दिया गया। सिंह ने कहा था कि एक-दूसरे से बिना जुड़े हुए वाक्यों को जोड़कर विवाद पैदा किया गया है।
डीएम-एसएसपी तलब
राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग ने दलित कांड की जानकारी लेने को फरीदाबाद के डीएम और एसएसपी को 26 नवंबर को तलब किया है। आयोग के अनुसार, यह कोई घटना नहीं बल्कि साजिश का हिस्सा है।
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