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कार्बेट पार्क में बाघ के हमले में गुलदार की मौत

कार्बेट नेशनल पार्क से जुड़े हाथीडंगर क्षेत्र में रविवार बाघ से संघर्ष में गुलदार की मौत हो गई। गुलदार के शरीर पर बाघ के पंजों के निशान मिले हैं। इसके अलावा जिस क्षेत्र में गुलदार का शव मिला उसे...

कार्बेट पार्क में बाघ के हमले में गुलदार की मौत
लाइव हिन्दुस्तान टीमSun, 01 Nov 2015 08:00 PM
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कार्बेट नेशनल पार्क से जुड़े हाथीडंगर क्षेत्र में रविवार बाघ से संघर्ष में गुलदार की मौत हो गई। गुलदार के शरीर पर बाघ के पंजों के निशान मिले हैं। इसके अलावा जिस क्षेत्र में गुलदार का शव मिला उसे देखकर पता चलता कि दोनों के बीच लंबे समय तक संघर्ष हुआ। कार्बेट टाईगर रिजर्व के चिकित्साधिकारी डॉ़ दुष्यंत शर्मा और डॉ़ योगेश अग्रवाल ने गुलदार का पोस्टमार्टम किया।

पार्क प्रशासन को रविवार सुबह पार्क के भीतर सांवल्दे साउथ बीट के एक प्लाट में गुलदार का शव पड़े होने की सूचना मिली। मौके पर पहुंचे ढेला रेंज के वनाधिकारी संजय पांडे ने बताया कि गुलदार के शरीर पर बाघ के हमले के कई निशान मिले हैं। इससे साफ है कि गुलदार बाघ के इलाके में घुस आया था। घटना स्थल को देखकर कहा जा सकता है कि दोनों के बीच दस मिनट से ज्यादा समय तक संघर्ष चला होगा। हालांकि गुलदार के सभी अंग सुरक्षित हैं। पांडे ने बताया कि गुलदार की उम्र करीब छह साल थी। अक्तूबर में एक बाघ की आपसी संघर्ष में मौत हुई थी।

बाघ और गुलदार के लिए जंगल में जगह हुई कम
बाघ और गुलदार के जंगल में जगह कम पड़ रही है। डब्लूडब्लूएफ की रिर्पोट इस बात की तस्दीक करती है। रिपोर्ट के अनुसार 70 बाघ और गुलदार कार्बेट के जंगल क्षेत्र से निकल रामनगर डिविजन के कोर एरिया में घूम रहे हैं जो लोगों के लिए भी जानलेवा बना हुआ है। पिछले दिनों ढेला में गुलदार के हमले में महिला की मौत की वजह भी यही थी। जगह कम होने के कारण ही कार्बेट पार्क के भीतर वन्यजीवों में आपसी संघर्ष बढता जा रहा है।

वन्यजीव विशेषज्ञ और कार्बेट फांउडेशन के सुमांता कुंडु कहते हैं संघर्ष का कारण एक-दूसरे के क्षेत्र में घुसपैठ है। बाघ समेत गुलदार और अन्य वन्यजीव अपने क्षेत्र में किसी अन्य का प्रवेश बर्दाश्त नहीं करते। बाघों पर शोध कर रहे संजीव सिंह कहते हैं गुलदार और बाघ एकाकी प्रवृत्ति के जानवर हैं। वह कहते हैं कार्बेट पार्क में बाघ और गुलदार की संख्या लगातार बढी है। इससे भी क्षेत्र की दिक्कत आ रही है।

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