शौरी को सरकार में जगह नहीं पाने का दर्द : भाजपा
वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री अरुण शौरी द्वारा एनडीए सरकार की आलोचना पर मंगलवार को भाजपा ने कहा कि उन्हें सरकार में शामिल न होने का दर्द है। पार्टी का कहना है कि नरेंद्र मोदी की अगुवाई में यह देश की अब...
वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री अरुण शौरी द्वारा एनडीए सरकार की आलोचना पर मंगलवार को भाजपा ने कहा कि उन्हें सरकार में शामिल न होने का दर्द है। पार्टी का कहना है कि नरेंद्र मोदी की अगुवाई में यह देश की अब तक की सबसे मजबूत सरकार है।
भाजपा के राष्ट्रीय सचिव सिद्धार्थनाथ सिंह ने कहा कि शौरी की बातों से सरकार में जगह न पाने का दर्द साफ झलक रहा है। केंद्रीय मंत्री वेंकैया नायडू ने कहा कि लोकतंत्र में किसी को भी अपनी राय देने का अधिकार है। यह शौरी की अपनी राय है जबकि पूरे देश की अवधारणा इसके विपरीत है। उनका भाजपा से भी कोई लेना देना नहीं है। उन्होंने कहा कि शौरी के विचारों को ना तो पार्टी ने साझा किया है और ना ही जनता ने। अटल बिहारी वाजपेयी सरकार में मंत्री रहे शौरी के आरोपों को खारिज करते हुए नायडू ने कहा कि इस सरकार के दौरान कोई घोटाला नहीं हुआ। भाजपा पूरे देश में चुनाव जीत रही है। देश के सभी हिस्सों में जनता प्रधानमंत्री का समर्थन कर रही है।
शौरी भाजपा के सदस्य नहीं
पार्टी ने यह भी साफ किया है कि शौरी भाजपा के सदस्य नहीं है, इसलिए उनके बयानों का पार्टी से कोई मतलब नहीं है। भाजपा महासचिव अरुण सिंह ने कहा कि शौरी ने हाल ही में पार्टी के सदस्यता अभियान के दौरान अपनी सदस्यता का नवीनीकरण नहीं कराया था। इसके कारण यह समाप्त हो गई है। सभी सदस्यों को हर छह साल में अपनी सदस्यता का नवीनीकरण कराना होता है और शौरी ने इस बार यह नहीं कराया।
क्या बोले थे
बीते लोकसभा चुनावों में शौरी मोदी के कट्टर समर्थक थे, लेकिन उन्होंने प्रधानमंत्री व उनकी सरकार के कामकाज की जमकर आलोचना की है। शौरी ने सोमवार को एक कार्यक्रम में कहा था कि अब लोग डॉ. मनमोहन सिंह को याद करने लगे हैं। इस सरकार की नीतियां बनाने का तरीका कांग्रेस जैसा है। बस गाय का एक मुद्दा उसमें जुड़ गया है। उनका साफ तौर पर मानना है कि अर्थव्यवस्था को संभालना अर्थव्यवस्था से संबंधित सुर्खियों को संभालना है। लेकिन यह काम नहीं आएगा।