दिलचस्प काम है स्क्रैपबुक बनाना
आज हम तुमसे स्क्रैपबुक के बारे में बात करेंगे। स्क्रैपबुक बनाना सिर्फ काटने और चिपकाने के काम तक ही सिमटा हुआ नहीं है। यह एक अच्छी एक्टिविटी है। इससे तुम्हारी रचनात्मकता में निखार आएगा। गर आसान...
आज हम तुमसे स्क्रैपबुक के बारे में बात करेंगे। स्क्रैपबुक बनाना सिर्फ काटने और चिपकाने के काम तक ही सिमटा हुआ नहीं है। यह एक अच्छी एक्टिविटी है। इससे तुम्हारी रचनात्मकता में निखार आएगा।
गर आसान शब्दों में समझें तो स्क्रैपबुक या स्क्रैप फाइल आकर्षक व रंगीन फोटो या तस्वीरों की एक एलबम होती है। काटने और चिपकाने वाली यह मजेदार एक्टिविटी एक तरह का आर्टवर्क भी है। जितना साधारण इसे समझना है, उतना ही आसान इसे बनाना भी है। वैसे स्क्रैपबुक कई तरह की होती हैं और इनको अलग रूप देना तुम पर निर्भर है।
इस काम का फायदा
यह एक अच्छी एक्टिविटी है। फाड़ना, काटना, चिपकाना, लिखना यानी यह सिर्फ एक मजेदार कार्य ही नहीं है, बल्कि इस काम से तुम्हारी सोचने-
समझने की क्षमता भी निखरती है। सोचने, समझने की शक्ति और दिमागी एक्सरसाइज से यह तुम्हारे लिए एक फायदेमंद प्रोजेक्ट हो सकता है। अच्छा होगा अगर काटने-चिपकाने-लिखने और तरह-तरह के फोटो ढंूढ़ने का सभी काम तुम खुद करो। स्क्रैपबुक बनाना एक अच्छा क्रिएटिव आइडिया है, जो क्लास लेवल के अनुसार बदलता रहता है।
कैसे करें तैयार
इस काम के लिए तुम्हें जरूरत होगी एक रेडीमेड स्क्रैपबुक की। इसके अलावा कैंची, फेविस्टिक या फेविकोल, पेंसिल, पेन, कलरपेन और मार्कर भी तुम्हें चाहिए होंगे। यदि तुम चाहो तो रेडीमेड स्क्रैपबुक की बजाय खुद भी स्क्रैपबुक बना सकते हो।
सबसे पहले टीचर द्वारा दिए गए विषय के अनुसार स्टिकर या फोटो इकट्ठा करने की तैयारी करो। इसके लिए स्टिकर्स या कट एंड पेस्ट बुक या कोई चार्ट बुक शॉप से मिल जाएंगे। एक अच्छा आइडिया है अगर तुम घर पर रखे पुराने अखबार या मैगजीन से जरूरी फोटो काट लो। इसके अलावा अपनी स्क्रैपबुक में कुछ ऑरिजनल लुक देने के लिए खुद भी स्केच या ड्रॉइंग कर स्टिकर बना सकते हो। फोटो इकट्ठे करने के लिए तुम मम्मी-पापा या साथी स्टूडेंट्स की मदद ले सकते हो।
स्टिकर और फोटो इकट्ठा करने के बाद बारी है स्क्रैपबुक का हर पेज सजाने की। स्टिकर्स-फोटो को सिम्पल या डिजाइन में काटकर अच्छे ढंग से चिपकाना स्क्रैपबुक को खूबसूरत लुक देने के लिए जरूरी है। ध्यान रहे कि फेविकोल से स्क्रैपबुक का कलर पेज गंदा न हो जाये।
यह भी ध्यान रखो कि विषय के अनुसार ही हर पेज तैयार किया गया हो और सही जगह पर ही स्टिकर या फोटो पेस्ट की गई हो।
फोटो चिपकाने के बाद बारी है हर पेज पर हैडिंग देने की। थीम के अनुसार पेज के सबसे ऊपर कहीं (दाएं-बाएं-मध्य) भी पेंसिल से लाइन खींचकर एक साफ-सुथरी हैडिंग लिखो। हैडिंग लिखने के लिए तुम कलरपेन, पेन या मार्कर का इस्तेमाल कर सकते हो। इसे स्टाइल में भी लिखा जा सकता है। यह पूरी तरह से तुम्हारे ऊपर है कि तुम सुंदर ढंग से एक अच्छी हैडिंग कैसे लिखते हो।
अब स्टिकर या फोटो को नाम दो। कैप्शन लिखो। ध्यान रहे कि यह लिखने के लिए तुमने फोटो के नीचे थोड़ी जगह छोड़ी है। एक सामान्य स्क्रैपबुक में एनिमल, बर्ड्स, वेजिटेबल पेजों पर स्टिकर के नीचे नाम लिखे जाते हैं।
पर्सनल स्क्रैपबुक
स्कूल में दिये जाने वाले इस काम का एक फायदा यह भी है कि इसका आइडिया हमेशा तुम्हारे साथ रह सकता है। तुम घर पर भी अपनी पर्सनल स्क्रैपबुक बना सकते हो। तुम मम्मी-डैडी, दोस्तों के साथ बाहर घूमने जाते हो। मॉल, पार्क, फन पार्क, चिडि़याघर या छुट्टियों में कहीं शहर से बाहर जाते हो। इन सब जगहों से ली गई फोटो से तुम एक अच्छी स्क्रैपबुक बना सकते हो। यहां से मिली कई छोटी-छोटी चीजों को इकट्टा कर स्क्रैपबुक में लगा सकते हो।
इस तरह इन खूबसूरत पलों की यादें हमेशा तुम्हारे साथ रहेंगी और इस आइडिया से तुम्हारी खुद से जुड़ी एक मौलिक (ऑरिजिनल) स्क्रैपबुक तैयार हो जाएगी। यह एक्टिविटी तुम कभी भी हफ्ते, महीने में एक बार कर सकते हो। इसलिए स्क्रैपबुक सिर्फ तुम्हारी पढ़ाई का ही हिस्सा नहीं है, बल्कि यह आगे चलकर तुम्हारी जिंदगी का भी हिस्सा बन सकती है।