व्हीलचेयर के सहारे तैरती है यह मछली
एक छोटी-सी गोल्डफिश मूत्राशय (ब्लैडर) में समस्या होने के चलते तैर नहीं सकती थी। लेकिन जब से उसे व्हीलचेयर मिली है, तब से उसके लिए तैरना काफी आसान हो गया है। इस अपंग गोल्डफिश के लिए व्हीलचेयर का
एक छोटी-सी गोल्डफिश मूत्राशय (ब्लैडर) में समस्या होने के चलते तैर नहीं सकती थी। लेकिन जब से उसे व्हीलचेयर मिली है, तब से उसके लिए तैरना काफी आसान हो गया है। इस अपंग गोल्डफिश के लिए व्हीलचेयर का निर्माण डेरेक बर्नेट ने किया है। टेक्सास के सैन एंटोनियो में रहने वाले बर्नेट एक्वेरियम डिजाइन नाम की एक दुकान के मैनेजर हैं।
बर्नेट के मुताबिक, एक मछली मालिक गोल्डफिश और अन्य कई मछलियों को उनकी दुकान में लेकर आए थे, क्योंकि वो उनकी देखभाल करने में असमर्थ थे। हालांकि, थोड़े समय बाद कुछ लोग उनकी दुकान से उन मछलियों को अपने घर ले गए, जो बेहतरीन तरीके से तैर सकती थीं। लेकिन तैरने में अक्षम गोल्डफिश को कोई भी अपने साथ लेकर नहीं गया। वह अपनी तकलीफ के चलते एक्वेरियम के तल पर ही बैठी रहती थी।
बनाई ‘वॉटरी व्हीलचेयर’
कुछ प्रयासों के बाद बर्नेट ने मछली के तैरने के लिए एक कामचलाऊ उपकरण तैयार कर दिया। नेट और ट्यूब से बनाया गया यह उपकरण ‘वॉटरी व्हीलचेयर’ की तरह था। समुद्री जीव विज्ञान की पढ़ाई कर चुके बर्नेट का कहना है कि इस ‘लाइफ बेल्ट’ के जरिए यह नन्ही मछली सही से तैर सकेगी। यह बेल्ट गोल्डफिश के चारों ओर लिपटी हुई है। इस उपकरण में नीचे से मछली का शरीर बिल्कुल सुरक्षित है।
गोल्डफिश से हिम्मत मिली बर्नेट को
इस नन्ही जान के लिए तैरना ही नहीं, बल्कि खाना खाना भी मुश्किल हो रहा था। इस वजह से उसके शरीर की ऊपरी सतह की चमक खत्म हो रही थी। हालांकि उसमें जीने की बड़ी तमन्ना थी। इसलिए वह अधिकतर समय टैंक के नीचे या आस-पास रहती थी। उसे देखकर डेरेक बर्नेट सोचने लगे कि ऐसी स्थिति में अधिकतर मछलियां हार मान लेती हैं। वहीं ज्यादातर लोग भी उनको उसी हालात में छोड़ देते हैं। लेकिन वह तो काफी हिम्मत वाली है। गोल्डफिश के दोस्ताना व्यवहार और उसमें जीने की ललक देखकर बर्नेट बहुत प्रभावित हुए। उन्होंने मछली को अपने घर ले जाने का फैसला किया और उसे एक बेहतरीन जिंदगी देने की ठानी। पहले तो उन्होंने उसके लिए एक खास तरह की डाइट बनाई, जो उसके स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद थी। फिर उनके मन में ख्याल आया कि उन्हें मछली के लिए कुछ करना चाहिए। उन्होंने उसके लिए एक ऐसा गैजेट तैयार करने के बारे में सोचा, जिससे वो आसानी से तैर सके।
व्हीलचेयर के सहारे तैरती है यह मछली
वीडियो में संतुष्ट दिख रही मछली
बर्नेट की यह कामयाबी देखकर उनकी दोस्त टेलर निकोल डीन काफी खुश हुईं। डीन भी पशु-प्रेमी हैं। हालांकि पेशे से वह एक वीडियो मेकर हैं। डीन को वीडियो बनाने और फोटो पोस्ट करने का एक अच्छा मौका मिल गया था। उन्होंने और बर्नेट ने ट्विटर पर व्हीलचेयर वाली मछली की काफी सारी फोटो पोस्ट की हैं। साथ ही उन्होंने इसका एक वीडियो भी बनाया है। इस डिवाइस के सहारे मछली खुद को संतुष्ट, शक्तिशाली और सुरक्षित महसूस कर रही है। डीन का कहना है कि वह इस कहानी के जरिए लोगों तक यह बात पहुंचाना चाहती हैं कि कुछ लोग मछली को संभालना काफी मुश्किल काम मानते हैं, लेकिन ऐसा नहीं है। इनकी देखभाल भी अन्य पशुओं की तरह ही करनी होती है।
विकलांग मछलियों की मदद करेंगे बर्नेट
बर्नेट के लिए गोल्डफिश सबसे प्यारी और परिवार के एक सदस्य की तरह है। बर्नेट ने कहा, ‘मेरे लिए बहुत खुशी की बात है कि गोल्डफिश के जरिए मछली मालिकों ने मुझ तक पहुंचना शुरू कर दिया है। वे विकलांग मछलियों के लिए मेरी मदद चाहते हैं।’ बर्नेट को उम्मीद है कि वे अन्य अपंग मछलियों के लिए बहुत कुछ कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि मछलियों को दुखी देखकर उनके दिल को बहुत तकलीफ होती है। उनसे जो भी बन पड़ेगा, वह उन मछलियों के लिए करेंगे।
अनोखा है यह आइडिया
एनिमल हेल्थ एंड वेलफेयर फॉर द नेशनल एक्वेरियम की डायरेक्टर लेह क्लेटन का कहना है कि मछली के लिए व्हीलचेयर बनाने का आइडिया काफी अनोखा है। अन्य जानवरों की मदद के लिए वे भी इस तरह के रचनात्मक तरीके की खोजबीन कर रही हैं।
व्हीलचेयर के सहारे तैरती है यह मछली