खुद के अपहरण की साजिश रचने में छात्र धराया
मामला महनागनी से प्राइवेट शिक्षक के बेटे के अपहरण कादिल्ली के नंनदनगढ़ इलाके में मिला बच्चा मुफस्सिल पुलिस अपहृत के दो दोस्तों को भेज चुकी है रिमांड होम महनागनी से शिक्षक सुभाष भारती के अपहृत बेटे को...
मामला महनागनी से प्राइवेट शिक्षक के बेटे के अपहरण का
दिल्ली के नंनदनगढ़ इलाके में मिला बच्चा
मुफस्सिल पुलिस अपहृत के दो दोस्तों को भेज चुकी है रिमांड होम
महनागनी से शिक्षक सुभाष भारती के अपहृत बेटे को पुलिस ने दिल्ली से खोज निकाला। इसके साथी ही मामले का खुलासा हो चुका है। शिक्षक के बेटे ने ही दो दोस्तों के साथ मिलकर अपने अपहरण का झूठा नाटक रचा था, ताकि पिता से पैसे वसूल कर वे मौज-मस्ती कर सकें। बच्चे को न्यायिक हिरासत में बाल सुधार गृह भेज दिया गया है।
एएसपी अभियान राजेश कुमार ने बताया कि शिक्षक सुभाष भारती ने अपने बेटे का अपहरण कर फिरौती मांगने की एफआईआर मुफस्सिल थाने में आठ फरवरी को दर्ज करायी थी। पुलिस ने फिरौती मांगने में प्रयुक्त मोबाइल के साथ अपहृत बच्चे के क्लास के दो छात्रों को पकड़ा। उन्हें 22 फरवरी को बाल सुधार गृह भेज दिया गया। लेकिन, बच्चे का सुराग नहीं मिला। कांड के अनुसंधानकर्ता दारोगा अनिल कुमार को सूचना मिली कि उसका अपहरण नहीं हुआ है। वह घर से भागकर दिल्ली चला गया है। छानबीन के दौरान एटीएम से पैसे निकालने की बात सामने आयी। इसके बाद सीसीटीवी फुटेज निकाला गया। इसमें अपहृत छात्र व उसके दोनों दोस्त साथ मिलकर रुपए निकालते दिख रहे थे।
इसके बाद पुलिस ने मामले की जांच तेज कर दी। गुप्त सूचना के आधार पर बेतिया पुलिस ने दिल्ली के नंदगढ़ इलाके में छापेमारी कर छात्र को खोज निकाला। पूछताछ के दौरान उसने बताया कि वह भागकर सोनीपत चला गया था। वहां पर रसोई ढाबे में बर्तन धोने का काम कर रहा था। ढाबा मालिक ने उसे चार हजार रुपए महीना देने को कहा था। मुफस्सिल थानाध्यक्ष जितेन्द्र प्रसाद ने बताया कि छात्र ने खुद अपने अपहरण का नाटक दोस्तों के साथ मिलकर रचा था। इसी साजिश के तहत वह घर से स्कूल बैग व अपने पिता का एटीएम लेकर निकला। बाद में 10 हजार रुपए निकालकर ट्रेन से दिल्ली चला गया।