डिप्टी मेयर की कुर्सी से हटाये गये माजिद
डिप्टी मेयर के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर बुधवार को हुए मत विभाजन के बाद सैयद माजिद हुसैन को अपनी कुर्सी गंवानी पड़ी। अविश्वास प्रस्ताव को लेकर आहूत विशेष बैठक में उपस्थित 36 में से 32 वार्ड पार्षदों...
डिप्टी मेयर के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर बुधवार को हुए मत विभाजन के बाद सैयद माजिद हुसैन को अपनी कुर्सी गंवानी पड़ी। अविश्वास प्रस्ताव को लेकर आहूत विशेष बैठक में उपस्थित 36 में से 32 वार्ड पार्षदों ने डिप्टी मेयर के खिलाफ मत दिया। वहीं तीन ने डिप्टी मेयर के अविश्वास प्रस्ताव के खिलाफ मत दिया। एक मत निगम प्रशासन ने रद्द कर दिया। क्लब रोड स्थित आम्रपाली ऑडिटोरियम में वोटों की गिनती के बाद नगर आयुक्त रमेश प्रसाद रंजन ने डिप्टी मेयर को हटाये जाने की घोषणा की। इससे पहले कार्यवाही आरंभ होते ही वार्ड पार्षदों ने डिप्टी मेयर के खिलाफ जमकर बोला। पार्षदों ने कहा कि डिप्टी मेयर बनने के बाद श्री माजिद एक भी बैठक में सही ढंग से शामिल नहीं हुए। इस बात की पुष्टि नगर आयुक्त ने प्रस्ताव पढ़ने के दौरान की। उन्होंने कहा कि नगर पालिका एक्ट के प्रावधानों के खिलाफ डिप्टी मेयर ने काम किया। इसके कारण अविश्वास प्रस्ताव लाकर उनको एक्ट के अनुसार हटाया गया है। इधर, अविश्वास प्रस्ताव की कार्यवाही से निपटने के लिए भारी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गयी थी। हर समय पुलिस के वरीय अधिकारी अविश्वास प्रस्ताव की बैठक की जानकारी ले रहे थे। तीन दारोगा व एक सेक्शन फोर्स की व्यवस्था की गयी थी। इस दौरान सदन में श्री माजिद उपस्थित नहीं थे। कार्यवाही से दर्जन भर वार्ड पार्षद भी दूर रहे। निगम में कुल वार्ड पार्षदों की संख्या 49 है।
डिप्टी मेयर के इस्तीफे का तरीका गलत :
डिप्टी मेयर के इस्तीफे पर नगर आयुक्त रमेश प्रसाद रंजन ने दावा किया है कि उनका इस्तीफा देने का तरीका गलत था। नगर पालिका एक्ट के विरुद्ध पूर्व डिप्टी मेयर ने ईमेल से इस्तीफा भेजा। यह गलत है। इसके कारण उनका इस्तीफा स्वीकार नहीं किया गया। अगर उनको इस्तीफा देना था तो वे कार्यालय में आकर लिखित पत्र देते। लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया।
लोकतांत्रिक प्रक्रिया से हटाये गए डिप्टी मेयर :
मेयर वर्षा सिंह ने डिप्टी मेयर को हटाये जाने पर कहा है यह लोकतंत्र की जीत है। जिस तरीके से नगर निगम की कार्य प्रणाली में डिप्टी मेयर ने साथ नहीं दिया, उसको देखते हुए उनको पद मुक्त कर दिया गया है। बिल्कुल लोकतांत्रिक प्रक्रिया अपनाकर उनको हटाया गया है। उन्होंने कहा कि अब निगम के काम में तेजी लाकर शहर का विकास हमारा लक्ष्य है।
माजिद पर लगाये गए आरोप :
नगर निगम के सफाई अभियान में कभी शामिल नहीं हुए
निगम की ज्यादातर बैठकों में गायब रहे डिप्टी मेयर
कूड़ा कचरा हटाने व नाले की सफाई में कोई दिलचस्पी नहीं दिखायी
वार्ड पार्षदों के साथ सही व्यवहार नहीं किया
निगम के विकास कार्यों को बाधित किया
छठ जैसे महापर्व में भी डिप्टी मेयर कोई काम नहीं किए
शहर की पेयजल व्यवस्था से कोई मतलब नहीं रखा