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अब ग्रंथों में लिखा जाएगा यूपी के हर जिले का इतिहास, जानिए कैसे

भारत के इतिहास की तरह अब उत्तर प्रदेश का भी अपना इतिहास होगा। प्रदेश ही नहीं अब प्रदेश के हर जिलों का भी अपना इतिहास होगा। जिला बनने से लेकर वर्तमान समय तक हर चरण का ब्योरा दर्ज होगा। इसमें...

अब ग्रंथों में लिखा जाएगा यूपी के हर जिले का इतिहास, जानिए कैसे
लाइव हिन्दुस्तान टीमWed, 05 Oct 2016 09:59 AM
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भारत के इतिहास की तरह अब उत्तर प्रदेश का भी अपना इतिहास होगा। प्रदेश ही नहीं अब प्रदेश के हर जिलों का भी अपना इतिहास होगा। जिला बनने से लेकर वर्तमान समय तक हर चरण का ब्योरा दर्ज होगा। इसमें ऐतिहासिकता, स्वतंत्रता संग्राम में योगदान का भी जिक्र होगा। इसके लिए स्थानीय दस्तावेजों के साथ भारतीय इतिहास में मौजूद तथ्यों की मदद ली जाएगी और एक प्रमाणिक ग्रंथ तैयार होगा।

प्रदेश और जिलों के अपने इतिहास को लेकर प्रदेशभर के 300 इतिहासकार रुहेलखंड विवि में इस बड़े प्रोजेक्ट पर मंथन करेंगे। रुहेलखंड विश्वविद्यालय को 6 और 7 नवंबर को होने वाली यूपी हिस्ट्री कांग्रेस की मेजबानी मिली है।

यहां पर 300 से अधिक इतिहासकार प्रदेश और जिला स्तर के इतिहास पर किए गए रिसर्च को इस हिस्ट्री कांग्रेस में पेश करेंगे। जहां से मिले तथ्यों के आधार पर इतिहास लेखन किया जाएगा। हिस्ट्री कांग्रेस के आयोजन की जिम्मेदारी मिलने के बाद रुहेलखंड विवि के इतिहास विभाग ने इसकी तैयारी शुरू कर दी है। 

इतिहास के मामले में काफी धनी है रुहेलखंड

इतिहास लेखन के मामले में रुहेलखंड क्षेत्र काफी धनी है। यहां के इतिहासकारों ने रुहेलखंड के इतिहास के साथ इसके स्वतंत्रता संग्राम में योगदान के प्रमाणिक ग्रंथ मौजूद है। यहां के इतिहासकारों ने रुहेलखंड के महाभारतकालीन इतिहास पर भी काफी गहन अध्ययन किया है।

विश्वविद्यालय के प्राचीन इतिहास विभाग के अध्यक्ष प्रो.श्याम बिहारी लाल कहते हैं, उत्तर प्रदेश के साथ हर जिले का इतिहास लिखा जा रहा है। इसको लेकर यूपी हिस्ट्री कांग्रेस का अधिवेशन 6 व सात नवंबर को होगा। इसमें 300 से अधिक इतिहासकार पहुंचेंगे, जहां इतिहास लेखन के लिए रणनीति बनेगी। 

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