वाल्मीकि टाइगर रिजर्व में बन रहा हाजत
बिहार के एकमात्र टाइगर प्रोजेक्ट वाल्मीकि टाइगर रिजर्व में पकड़े गए वन अपराधी अब भाग नहीं पाएंगे। जंगल क्षेत्र स्थित वन कार्यालयों में इनको रखने के लिए सोलह हाजत का निर्माण शुरू कराया गया है। इसमें...
बिहार के एकमात्र टाइगर प्रोजेक्ट वाल्मीकि टाइगर रिजर्व में पकड़े गए वन अपराधी अब भाग नहीं पाएंगे। जंगल क्षेत्र स्थित वन कार्यालयों में इनको रखने के लिए सोलह हाजत का निर्माण शुरू कराया गया है। इसमें महिला व पुरुष बंदियों के लिए अलग-अलग वार्ड होगा। वीटीआर के वन संरक्षक आरबी सिंह ने बताया कि बार-बार पकड़े गए वन अपराधियों के भाग जाने के कारण हाजत का प्रस्ताव बनाकर भेजा गया था। सरकार से मंजूरी मिलने के बाद निर्माण कार्य शुरू कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि वीटीआर के दोनों प्रमंडलों के सभी वन क्षेत्र कार्यालयों में दो-दो हाजत का निर्माण करना है। इसमें एक महिला व एक पुरुष बंदियों को रखने के लिए होगा। उन्होंने बताया कि फिलहाल वाल्मीकिनगर, गनौली, हरनाटांड, मदनपुर, चिउटाहा, गोवर्द्धना, रघिया व मंगुराहा वन क्षेत्र में हाजत का निर्माण करना है। हाजत की मॉनिटरिंग की जिम्मेवारी दोनों वन प्रमंडलों के डीएफओ को सौंपी गयी है। यह कार्य युद्धस्तर पर चल रहा है। हाजत बन जाने के बाद कर्मियों की तैनाती होगी।वन संरक्षक ने बताया कि पहले हाजत नहीं होने के कारण वन अपराध और शिकार के मामले में पकड़े गए लोगों को रखने में काफी परेशानी होती थी। कई बार अपराधी इसका फायदा उठाकर भाग जाते थे। इसको लेकर वीटीआर प्रशासन ने एक प्रस्ताव बनाकर सरकार और एनटीसीए को भेजा था, जिस पर मंजूरी मिलते ही हाजत बनाने का काम शुरू हो गया है। फोटो: वाल्मीकि टाइगर रिजर्व।वाल्मीकिनगर(प.च.) | एक संवाददाता