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संभल के हयातनगर में बोरवेल में दो भाई दबे, एक की गई जान

संभल के हयानगर में बोरवेल में दो भाई दबे, एक की गई जानसंभल | हिन्दुस्तान संवाद हयातनगर थाना इलाके में फसल की सिंचाई के लिए ट्रैक्टर लगाते वक्त कच्ची बोरवेल धंसने से दो सगे भाई दब गए। ग्रामीणों ने...

संभल के हयातनगर में बोरवेल में दो भाई दबे, एक की गई जान
लाइव हिन्दुस्तान टीमWed, 03 May 2017 01:50 PM
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संभल के हयानगर में बोरवेल में दो भाई दबे, एक की गई जानसंभल | हिन्दुस्तान संवाद हयातनगर थाना इलाके में फसल की सिंचाई के लिए ट्रैक्टर लगाते वक्त कच्ची बोरवेल धंसने से दो सगे भाई दब गए। ग्रामीणों ने बुश्किल एक को जिंदा निकाल लिया जबकि दूसरे की मौत हो गई। बचाव कार्य के दौरान ग्रामीण भी बेहोश हो गया, जिसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया। थानाक्षेत्र के गांव धनेटा सोतीपुरा निवासी अय्यूब व नईम पुत्र मियां जान को मक्का की फसल की सिंचाई करनी थी। सोमवार सुबह आठ बजे दोनों खेत पर लगे बोरवेल पर पहुंचे। अय्यूब बोरवेल में उतरकर पंखा लगाने में जुट गया जबकि नईम बोरवेल के ऊपर ट्रैक्टर लगाने लगा। कुछ ही देर में अचानक बोरवेल धंस गई। जिससे नईम ट्रैक्टर के साथ बोरवेल में लटक गया जबकि अय्यूब मिट्टी में पूरी तरह दब गया। आसपास खेतों में काम करने वालों ने नजारा देखा तो दौड़कर मौके पर पहुंचे। सूचना मिलने पर परिजन भी बोरवेल पर पहुंच गए। जैसे-तैसे नईम को निकाल लिया गया जबकि अय्यूब नीचे ही दबा रहा। इस बीच थाना पुलिस, जेसीबी और एंबुलेंस मौके पर पहुंच गई। लगभग ढाई घंटे बाद अय्यूब को बाहर निकाला गया मगर तब तक उसकी सांसें थम चुकी थीं। मिट्टी हटवाने के प्रयास में जुटा गांव का ही आसिम पुत्र अब्दुल वजीद भी बेहोश गया था। उसका एंबुलेंस से जिला अस्पताल लाकर उपचार कराया गया। पुलिस ने अय्यूब का शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। ढाई घंटे चला रेसक्यू पर नहीं बची अय्यूब की जिंदगी: सगे दो भाइयों के बोरवेल में दबे होने खबर पर गांव से तमाम ग्रामीण मौके पर पहुंच गए थे। पौने नौ बजे ग्रामीणों ने मिट्टी हटाने का काम शुरु कर दिया था। इस बीच परिजन पहुंचे तो वे ऊपर वाले से दोनों के सकुशल बाहर निकल आने की दुआ मांगने लगे। परिजनों की जान में जान तब आई जबकि नौ बजे नईम को बाहर निकाल लिया गया। फिर भी ग्रामीण मिट्टी हटाने के प्रयास में जुटे रहे। दस बजे डायल 100 पुलिस मौके पर पहुंची। 10.10 बजे एंबुलेंस और 10.15 बजे जेसीबी पहुंच गई। जेसीबी व ग्रामीणों ने संयुक्त प्रयास करके अय्यूब को बाहर निकालने का प्रयास किया।बाद में 11.00 बजे हयातनगर पुलिस भी मौके पर पहुंच गई। राहत कार्य चलने के बीच परिजन व ग्रामीण अय्यूब की सलामती के लिए लगातार दुआ कर रहे थे मगर ऊपर वाले को शायद कुछ और ही मंजूर था। जैसे ही अय्यूब का शरीर दिखाई दिया तो शोर होने लगा। ग्रामीणों ने समझदारी से अय्यूब को 11.15 बजे बाहर निकाला मगर जब तक उसकी सांसें थम चुकी थीं।

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