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जांच टीम को नही दिखा सके स्कूल वाले अभिलेख

चन्दौसी नगर के बहजोई रोड स्थित निजी स्कूल में उपजिलाधिकारी की गठित जांच टीम ने शनिवार को जांच को पहुंची। प्रधानाचार्य व अन्य स्कूल से नदारक मिलने पर कोई भी स्कूल के टीम को अभिलेख नहीं दिखा सके। जिस...

जांच टीम को नही दिखा सके स्कूल वाले अभिलेख
लाइव हिन्दुस्तान टीमSat, 15 Apr 2017 06:30 PM
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चन्दौसी नगर के बहजोई रोड स्थित निजी स्कूल में उपजिलाधिकारी की गठित जांच टीम ने शनिवार को जांच को पहुंची। प्रधानाचार्य व अन्य स्कूल से नदारक मिलने पर कोई भी स्कूल के टीम को अभिलेख नहीं दिखा सके। जिस पर दोनो अधिकारियों ने अपनी जांच उपजिलाधिकारी को सौंपी।अभिभावको की बार बार शिकायत पर निजी स्कूलों की मनमानी पर लगाम लगाने को उपजिलाधिकारी अमित कुमार व डीआईओएस विनोद कुमार ने तहसील सभागार में निजी स्कूल संचालको व प्रधानाचार्य के साथ बैठक की। जिस पर एडीमशन व अन्य मदो से वूसली जा रही अभिभावको से रकम पर पूर्णता प्रतिबंध लगाने को निर्देशित किया। लेकिन उसके बाद भी स्कूल वालो द्वारा फीस वसूलने की अभिभावको की शिकातय पर उपजिलाधिकारी ने स्कूलो में जांच को लेकर टीमो का गठन किया। जिसको लेकर टीमो द्वारा स्कूलो में जांच शुरु की। इसी को लेकर शनिवार को जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी डा.सत्यनारायण ने तहसीलदार संजय कुशवाहा के साथ बहजोई रोड ओपीजीएम स्कूल में जांच को पहुंचे। तो स्कूल से प्रधानाचार्य व उपप्रधानाचार्य स्कूल में नही मिले। जिस पर स्कूल में उपस्थित बाबू लोग उनको कोई भी अभिलेख नही दिखा सके। साथ ही जब बच्चो की कापी किताबे चैक की। तो उन पर स्कूल का लोवो देखकर जांच अधिकारी भडक गये और बाबू को जमकर लातड लगायी। जिस पर बाबू ने शीघ्र ही अभिलेखों को उनके कार्यालय में अभिलेख दिखने की बात कही। उसके बाद दोनो जांच अधिकारी ने अपनी रिपोर्ट उपजिलाधिकारी को सौंपी।सत्र शुरु होने से पहले से ही अखिल भारतीय युवा उधोग व्यापार मंडल के पदाधिकारियों ने खून से लिखे मुख्यमंत्री को पत्र ,हलवाई एसोसियशन व उत्तर प्रदेश उद्योग व्यापार प्रतिनिधि मंडल व अखिल भारतीय वैश्य महासभा द्वारा निजी स्कूलो की मानमानी को लेकर धरना प्रदर्शन कर रहे थे। जिसको उपजिलाधिकारी अमित कुमार ने गंभीरता से लिया गया। जिसको लेकर शुक्रवार को नगर के सभी बडे व छोटे निजी स्कूलो को तहसील बुलाकर विभिन्न मुद्दो को लेकर वर्ता की। जिसमें उपजिलाधिकारी अमित कुमार व डीआईओएस विनोद ने सबसे पहले सभी स्कूलो से एक एक करके बुलाकर उनसे स्कूल की मान्यता व फीस वसूली को लेकर मूल दस्तावेज दिखाने को कहा। तो अधिकत्तर स्कूल वाले वगले झांकने लगे। नाम बोलने पर अधिक्ततर स्कूल वालो ने अपनी मान्यता बेसिक से होने व मानको के अनुसार ही फीस बसूली की बाते मौखिक तौर पर बताई। तो कुछ के पास मान्यता न होने की बाते कही। जिसको उपजिलाधिकारी व डीआईओएस विनोद कुमार ने गंभीरता से लिया। उसके बाद निजी स्कूल वालो से अवैध रुप से विभिन्न मदो का दर्शका कर फीस बसूली बंद करने को निर्देशित किया। साथ ही मान्यता के मूल प्रमाण पत्रो को तीन दिन के अन्दर डीआईओएस कार्यालय में जमा करने व ऐसा न करने पर उनके स्कूल बंद करने की चेतावनी दी।

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