निगम बोर्ड मीटिंग में भाजपा पार्षद को तमाचा
शुक्रवार को नगर निगम की बोर्ड बैठक में एलईडी लाइट में भ्रष्टाचार को लेकर जमकर हंगामा हो गया। भ्रष्टाचार का आरोप लगते ही सपा पार्षद शाहिद अब्बासी तैश में आ गए और देखते ही देखते भाजपा पार्षद तहसीन...
शुक्रवार को नगर निगम की बोर्ड बैठक में एलईडी लाइट में भ्रष्टाचार को लेकर जमकर हंगामा हो गया। भ्रष्टाचार का आरोप लगते ही सपा पार्षद शाहिद अब्बासी तैश में आ गए और देखते ही देखते भाजपा पार्षद तहसीन अंसारी को बैठक में ही जोरदार तमाचा जड़ दिया। उसके बाद पक्ष-विपक्ष के बीच जमकर जूतमपैजार की स्थिति हो गई। भाजपा पार्षद बदले की कार्रवाई करते कि सपा पार्षद बैठक के बहिष्कार का ऐलान कर बाहर निकल गए। उधर, तीसरा मोर्चा पार्षद ने भाजपा और सपा के बीच एलईडी लाइट के प्रस्ताव को लेकर मैच फिक्सिंग का आरोप लगाया है।
शुक्रवार को शहर से जुड़े कई मुद्दों को लेकर नगर निगम की बोर्ड बैठक टाउन हॉल में हुई। बैठक की शुरुआत से ही लग रहा था कि आज मामला तनातनी का है। जब एलईडी पर चर्चा शुरु हुई तो सपा पार्षद शाहिद ने कहा कि कोई भी चीज बोर्ड में विचार से पहले कार्यकारिणी से पास होना चाहिए था। वह नगर निगम की शर्तो पर अनुबंध होना चाहिए। इस पर मेयर हरिकांत अहलूवालिया ने कहा कि इस पर तो बात तुमसे(शाहिद से) हो गई थी। इस पर तीसरा मोर्चा पार्षद अरसदउल्ला ने कहा कि मेयर साहब क्या बात हुई तो उसे सार्वजनिक किया जाए। पीछे से किसी ने कहा कि तीन-तीन लाख की बात हुई। आरोप है कि यह बात भाजपा पार्षद तहसीन अंसारी ने की। इस पर हंगामा हो गया। लोग अध्यक्ष के सामने आ गए। सपा और भाजपा के पार्षद भिड़ने लगे।
इसी दौरान सपा पार्षद शाहिद ने एक जोरदार तमाचा भाजपा पार्षद तहसीन अंसारी को जड़ दिया। सभी अवाक रह गए। उसके बाद भाजपा के पार्षद भी सपा पार्षदों से भिड़ने लगे। सपा के पार्षद भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए बहिष्कार का ऐलान कर बाहर निकल गए। हालांकि भाजपा पार्षद तहसीन बार-बार यह कहते दिखे कि उन्होंने तीन-तीन लाख की बात नहीं की।
भरी बैठक में बदलना लेने का ऐलान
उसके बाद बिना विपक्ष के ही सदन की बैठक चली। भरी बैठक में भाजपा पार्षद तहसीन अंसारी ने ऐलान किया कि सपा पार्षद ने जो किया है तो इस अपमान का बदला वे लेकर रहेंगे। चाहे कुछ भी करना पड़े।
बीचबचाव से मेयर ने कर दिया मना
बाद में कुछ पार्षद पति इस मामले में बीचबचाव, लीपापोती करने में लगे रहे, लेकिन मेयर ने किसी प्रकार से माफी देने से मना कर दिया।
जो हुआ तो वह दुभार्ग्यपूर्ण, निंदनीय
सदन में सपा पार्षद ने जो किया तो वह दुभार्ग्यपूर्ण और निंदनीय है। सदन में बात रखने का सबको अधिकार है, लेकिन इस तरह का आचरण असंसदीय है। जितनी निन्दा की जाए तो कम है-
हरिकांत अहलूवालिया, मेयर।
भ्रष्टाचार का आरोप नहीं सहेंगे
कोई सरेआम भ्रष्टाचार का आरोप लगाये तो यह सहन नहीं किया जा सकता। भाजपा संसद की तरह भ्रष्टाचार कर शहर चलाना चाहती है। इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा-
शाहिद अब्बासी, पार्षद, सपा।
मेरा अपमान हुआ
शहर की सदन में मेरा अपमान हुआ है। लोकतंत्र के मंदिर में ऐसा करने का किसी को अधिकार नहीं है। मेरे साथ जो हुआ तो सदन उसका गवाह है। सपा के लोग गुंडागर्दी पर उतर गए हैं-
तहसीन अंसारी, भाजपा पार्षद।