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केंद्र और यूपी सरकार उभार रही हैं सांप्रदायिक मुद्दे: अखिलेश यादव

समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा है कि केंद्र व राज्य की भाजपा सरकारें विकास को धता बताकर सांप्रदायिक मुद्दों को उभार रही हैं। ये सरकारें गरीबों की भलाई का कोई काम नहीं कर...

केंद्र और यूपी सरकार उभार रही हैं सांप्रदायिक मुद्दे: अखिलेश यादव
लाइव हिन्दुस्तान टीमMon, 01 May 2017 08:07 PM
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समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा है कि केंद्र व राज्य की भाजपा सरकारें विकास को धता बताकर सांप्रदायिक मुद्दों को उभार रही हैं। ये सरकारें गरीबों की भलाई का कोई काम नहीं कर सकतीं। इनका रिश्ता कारपोरेट जगत से है। भाजपा छलबल से सत्ता हथियाना जानते हैं लेकिन जनता के साथ धोखाधड़ी की राजनीति ज्यादा दिनों तक टिक नहीं सकती है।

अखिलेश यादव सोमवार को लखनऊ में पार्टी मुख्यालय लखनऊ में पाल समाज के प्रतिनिधियों की बैठक को संबोधित कर रहे थे। बैठक में रामगोविंद चौधरी नेता प्रतिपक्ष, नरेश उत्तम पटेल प्रदेश अध्यक्ष, राजेंद्र चौधरी, अरविन्द सिंह गोप, पूर्वमंत्री तथा एसआरएस यादव एवं अरविन्द कुमार सिंह एमएलसी भी शामिल रहे।

पाल समाज की बैठक में मुख्य अतिथि अखिलेश यादव ने कहा कि समाजवादी सरकार ने विकास का बुनियादी ढांचा तैयार कर दिया है। भाजपा का ध्यान इस विकास के विस्तार पर नहीं है। वे तो विकास के मुद्दा को ही भटका रहे हैं। भाजपा का मूल चरित्र सांप्रदायिक है। उससे सावधान रहना होगा। पता नहीं ये लोग देश को और लोकतंत्र को किस रास्ते पर ले जाएंगे।

अखिलेश ने कहा कि सपा पिछड़ों को आरक्षण देने की पक्षधर है। समाजवादी सरकार में ही हमेशा पिछड़ों को सम्मान मिला है। वस्तुतः सपा का पिछड़ों के साथ स्वाभाविक रिश्ता है। यह संबंध अटूट रहेगा। सपा ने जनगणना में जाति गणना की बात उठाई ताकि आबादी के हिसाब से पिछड़े समाज के विकास के लिए हिस्सेदारी तय हो सके।

अखिलेश ने कहा कि समाजवादी काम की बात करते हैं जबकि भाजपाई बेकार की बात करते हैं। सपा सरकार ने समाज व वर्ग के संतुलित विकास की योजनाएं लागू की थी। सपा सरकार में किसी के साथ अन्याय नहीं हुआ। भाजपा धोखे की राजनीति करती है जबकि समाजवादी पार्टी सिद्धांत की राजनीति करती है। अभी से हालात यह हो गए हैं कि राज्य में कानून का राज नहीं है। चारों ओर अराजकता का बोलबाला है। बैठक में वक्ताओं ने कहा कि पाल समाज को समाजवादी पार्टी में ही सम्मान मिला है। वह सामाजिक न्याय के संघर्ष में भी सपा के साथ रहेगा।

पाल समाज के प्रतिनिधियों ने कहा कि अखिलेश मुख्यमंत्री थे। उन्होंने पाल समाज को सम्मान दिया और ईमानदारी से विकास किया। अखिलेश के कामों को भाजपा अपना बता रही है, यह राजनीतिक बेईमानी हैं।

बैठक में श्यामलाल पाल ने संचालन किया। इसमें विजय बहादुर पाल (पूर्वमंत्री) जानकी पाल, अयोध्या प्रसाद पाल, मुन्ना पाल, राकेश पाल, विनय पाल, दीप सिंह पाल, डा. परशुराम पाल, डा. अवधनाथ पाल, लाखन सिंह पाल, चंद्रिका पाल, श्याम बहादुर पाल, राजाबेटी बघेल, सोनू पाल आदि की उपस्थिति उल्लेखनीय रही है।

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