फोटो गैलरी

Hindi Newsरोड सेफ्टी के लिए वाहनों का लोकार्पण 28 को करेंगे सीएम

रोड सेफ्टी के लिए वाहनों का लोकार्पण 28 को करेंगे सीएम

प्रमुख संवाददाता / राज्य मुख्यालयमुख्यमंत्री अखिलेश यादव 28 अक्तूबर को परिवहन विभाग के रोड सेफ्टी के लिए तैयार किए गए विभिन्न संसाधनों का लोकार्पण करेंगे। वह इस दौरान परिवहन विभाग के 22 इन्टरसेप्टर,...

रोड सेफ्टी के लिए वाहनों का लोकार्पण 28 को करेंगे सीएम
लाइव हिन्दुस्तान टीमWed, 19 Oct 2016 08:10 PM
ऐप पर पढ़ें

प्रमुख संवाददाता / राज्य मुख्यालयमुख्यमंत्री अखिलेश यादव 28 अक्तूबर को परिवहन विभाग के रोड सेफ्टी के लिए तैयार किए गए विभिन्न संसाधनों का लोकार्पण करेंगे। वह इस दौरान परिवहन विभाग के 22 इन्टरसेप्टर, 18 सीएनजी किट चेकिंग और 12 प्रचार वाहनों को हरी झंडी दिखाकर जारी करेंगे। लोकार्पण कार्यक्रम मुख्यमंत्री के 5 कालीदास मार्ग स्थित आवास पर होगा। इसके साथ ही श्री यादव ई-चालान व्यवस्था और सभी आरटीओ कार्यालय में सीसीटीवी कैमरे लगाने की योजना का भी शुभारंभ करेंगे। मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में गठित रोड सेफ्टी कौंसिल की बैठक में यह सभी फैसले किए गए थे। इन संसाधनों को जुटाने में रोड सेफ्टी फंड से करीब 6 करोड़ रुपये खर्च हुए हैं। इन्टरसेप्टरइन वाहनों पर बैठे परिवहन विभाग के अफसर एक किलोमीटर दूर से तेज गति से आ रहे वाहनों को रोक कर उनका चालान करेंगे। इन वाहनों में ब्रेथ एनाइलाजर भी रखा होगा। जिससे वाहन चालक के शराब पीने को मापा जाएगा। इसके बाद उस पर दण्ड लगाया जाएगा।सीएनजी वाहन: ये सीएनजी किट वाले वाहनों की जांच करेंगे। सीएनजी किट निर्धारित मानक के विपरीत पाए जाने पर वाहन चालक पर दण्डशुल्क लगाया जाएगा। प्रचार वाहन: ये वाहन लाउडस्पीकर व पम्फलेट के मार्फत लोगों को यातायात नियमों के पालन के लिए जागरूक करेंगे। ई चालान: मोबाइल एप के सहारे वाहन की फोटो खींचकर मौके पर ही यातायात नियमों की अवहेलना में दोषी वाहन चालक को रसीद काट कर दी जाएगी। वाहन की फोटो और जीपीएसी सिस्टम के सहारे वाहन चालान करने के स्थान का भी पता लग जाएगा। ऐसे में दोषी वाहन चालक न्यायालय में भी अपने चालान को औचित्यहीन नहीं बता सकेंगे। इसके साथ ही ई-चालान से परिवहन विभाग के अधिकारियों की अवैध वसूली पर भी लगाम लगेगी। ई-चालान व्यवस्था पहले चरण में खनन बाहुल्य 26 जिलों में शुरू की जा रही है ताकि खनन ले जा रहे ट्रकों की ओवरलोडिंग रोकी जा सके। इसके लिए 51 टीमों का गठन किया गया है।सीसीटीवी कैमरा: प्रदेश के सभी आरटीओ कार्यालय में सीसीटीवी कैमरे लगने से लोगों को दलालों के चंगुल से छुटकारा मिल सकेगा।

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें