फोटो गैलरी

Hindi Newsएक्सप्रेस-वे में देरी पर एनएचएआई को नोटिस

एक्सप्रेस-वे में देरी पर एनएचएआई को नोटिस

गाजियाबाद। वरिष्ठ संवाददाता एनसीआर के पर्यावरण प्रदूषण प्राधिकरण (प्रविेंशन एंड कंट्रोल) के अध्यक्ष भूरेलाल ने कहा कि ईस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेस-वे के निर्माण में देरी के लिए सुप्रीम कोर्ट ने भारतीय...

एक्सप्रेस-वे में देरी पर एनएचएआई को नोटिस
Fri, 28 Dec 2012 11:07 PM
ऐप पर पढ़ें

गाजियाबाद। वरिष्ठ संवाददाता

एनसीआर के पर्यावरण प्रदूषण प्राधिकरण (प्रविेंशन एंड कंट्रोल) के अध्यक्ष भूरेलाल ने कहा कि ईस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेस-वे के निर्माण में देरी के लिए सुप्रीम कोर्ट ने भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) को नोटिस दिया है। इस मामले की 11 जनवरी को सुनवाई है। प्रयास किया जाएगा कि यह एक्सप्रेस-वे जल्दी से जल्दी बन जाए।

यहां एक कार्यशाला में भाग लेने आए भूरेलाल ने कहा कि ईस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेस-वे के निर्माण में देरी हुई है। सुप्रीम कोर्ट ने 2005 में इसका निर्माण कराने को कहा था, लेकिन यह अभी तक बन नहीं पाया है। भूरेलाल ने बताया कि इस देरी के लिए सुप्रीम कोर्ट ने एनएचएआई को नोटिस जारी किया है। इस मामले में 11 जनवरी को सुनवाई है। यह एक्सप्रेस वे हरियाणा, दिल्ली व यूपी से होकर गुजरेगा। भूमि अधिग्रहण लगभग पूरा हो गया है।

उन्होंने कहा कि जून 2009 में इसको बन जाना चाहिए था। फैक्ट फाइल-कुंडली से पलवल तक बनना है ईस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेस-वे -66 गांवों की 981 हेक्टेयर जमीन का अधिग्रहण होना है-गौतमबुद्ध नगर जिले के 39 गांवों की 374 हेक्टेयर भूमि अधिग्रहीत होनी है-गाजियाबाद जिले के 17 गांवों की 363 हेक्टेयर जमीन का अधिग्रहण होना है-बागपत जिले के 11 गांवों की 215 हेक्टेयर जमीन का अधिग्रहण होना है-135 किलोमीटर लंबा है यह एक्सप्रेस-वे-उप्र में 85 किलोमीटर गुजरेगा यह एक्सप्रेस-वे-25 किलोमीटर गाजियाबाद जिले में रहेगा यह एक्सप्रेस-वे-2676 करोड़ रुपये का है यह प्रोजेक्ट--------------एनसीआर में बे-रोकटोक दौड़ेंगे एक-दूसरे शहर के टेंपोगाजियाबाद।

एनसीआर में चारों राज्यों की बसें व टैक्सियां एक-दूसरे के यहां जा सकती हैं, लेकिन अभी टेंपो पर अमल होना बाकी है। आरटीओ वीके सिंह ने बताया कि गाजियाबाद की बसें व टैक्सियां दिल्ली और दिल्ली की बसें व टैक्सियां गाजियाबाद आ-जा सकती हैं। टेंपो पर सहमति बन गई है। सिर्फ औपचारिकताएं बाकी हैं। जल्द ही यह पूरी हो जाएंगी। इसके बाद हरियाणा, उप्र, दिल्ली, राजस्थान के जो शहर एनसीआर में आते हैं उनके टेंपो एक दूसरे के यहां आ-जा सकेंगे।

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें