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घरेलू व्यापार के लिए कारोबारियों ने मांगा अलग बोर्ड

विदेश व्यापार और उद्योगों के लिए तो सरकार के पास बड़ी-बड़ी योजनाएं हैं लेकिन घरेलू व्यापारियों के लिए न तो कोई बोर्ड है, न ही अलग से किसी तरह की नियामक संस्था जबकि घरेलू व्यापार दस लाख करोड़ रुपए का...

घरेलू व्यापार के लिए कारोबारियों ने मांगा अलग बोर्ड
लाइव हिन्दुस्तान टीमSun, 09 Oct 2016 07:00 PM
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विदेश व्यापार और उद्योगों के लिए तो सरकार के पास बड़ी-बड़ी योजनाएं हैं लेकिन घरेलू व्यापारियों के लिए न तो कोई बोर्ड है, न ही अलग से किसी तरह की नियामक संस्था जबकि घरेलू व्यापार दस लाख करोड़ रुपए का है। व्यापारियों ने केंद्रीय वाणिज्य मंत्री निर्मला सीतारमन से इसकी मांग की है। कानपुर सहित बीस शहरों के कारोबारियों ने शनिवार को केंद्रीय वाणिज्य मंत्री से मुलाकात की थी। कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) के कारोबारियों ने उनसे घरेलू व्यापार को प्रोत्साहित करने की मांग की। व्यापारियों ने कहा कि घरेलू व्यापार के लिए वाणिज्य मंत्रालय में एक ट्रेड बोर्ड गठित होना चाहिए। उन्होंने कहा की घरेलू व्यापार को मजबूत किया गया तो निश्चित रूप से हमारा निर्यात भी और बेहतर होगा। कैट के राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीण खंडेलवाल ने बताया कि कि देश के नॉन कॉर्पोरेट सेक्टर में डिजिटल तकनीक को बढ़ावा देने के लिए ‘एलाइंस फॉर डिजिटल भारत की शुरुआत हुई है, जिसमें व्यापारियों के अलावा नॉन कॉर्पोरेट सेक्टर के अन्य वर्ग ट्रांसपोर्ट, लघु उद्यमी, ट्रक ऑपरेटर, उपभोक्ता, किसान, स्वयं उद्यमी, महिला उद्यमी सहित अन्य वर्गशामिल किए गए हैं। नॉन कॉर्पोरेट सेक्टर में डिजिटल तकनीक का वातावरण बनाने के लिए डिजिटल एलायंस की शुरुआत की गई है। जीएसटी में तकनीक को अपनाने पर बल देते हुए कहा कि आने वाले समय में तकनीक से व्यापार करना होगा और इसके लिए अभी से नॉन कॉर्पोरेट सेक्टर को तैयारी करने चाहिए। कैट के महामंत्री (यूपी ईस्ट) पंकज अरोड़ा ने बताया कि अकेले कानपुर में चालीस हजार से ज्यादा व्यापारी ऐसे हैं, जिनका डिजिटल से दूर-दूर तक कोई नाता नहीं है। उन्हें जोड़ने और उनके हितों की रक्षा करने के लिए डिजिटल फोरम गठित किया गया है, वहीं ट्रेड बोर्ड के गठन की मांग की गई है। इस योजना में तकनीक प्रदान करने वाली कम्पनियां, बैंक,वित्तीय संस्थान को भी जोड़ा जाएगा।

डिजिटल तकनीक खास तौर पर ई-कॉमर्स, ऑनलाइन मार्केट प्लेस, इलेक्ट्रॉनिक भुगतान, मोबाइल वॉलेट, क्लाउड आधारित एकाउंटिंग सॉफ़्टवेयर, पेमेंट गेटवे ,निजी व्यापारिक वेबसाइट और सोशल मीडिया के माध्यम से छोटे व्यवसायियों के व्यापार को बढ़ावा दिया जाएगा। एक मोटे अनुमान के अनुसार लगभग 70 प्रतिशत लोग अभी भी कम्प्यूटर सिस्टम से दूर हैं। व्यापारियों को हाईटेक करने के लिए सभी वर्गों में कम्प्यूटर सिस्टम फ्रेंड्ली बनाया जाएगा।

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