हत्या के तीन आरोपियों को अदालत ने सुनाई उम्रकैद की सजा
जिला एवं अपर सत्र न्यायाधीश प्रथम प्रदीप कुमार चौबे की अदालत ने सोमवार को जमीन विवाद में टांगी से मारकर हत्या करने के मामले में दोषी ठहराए गए तीन लोगों को जहां आजीवन कारावास की सजा सुनायी...
जिला एवं अपर सत्र न्यायाधीश प्रथम प्रदीप कुमार चौबे की अदालत ने सोमवार को जमीन विवाद में टांगी से मारकर हत्या करने के मामले में दोषी ठहराए गए तीन लोगों को जहां आजीवन कारावास की सजा सुनायी है। वहीं एक को तीन वर्ष का कारावास तथा एक को 75 साल से अधिक उम्र होने के कारण जमानत दे दी गयी।
अदालत ने हीरोडीह थाना क्षेत्र के नईटांड़ के राजू महतो, दरबारी महतो एवं प्रयाग महतो को धारा 302/34 भादवि में सश्रम आजीवन कारावास एवं 20 हजार रूपए अर्थदण्ड की सजा सुनायी है। अर्थदण्ड की राशि जमा नहीं करने पर तीनों को एक-एक साल अतिरिक्त सश्रम कारावास की सजा काटनी होगी। इसी प्रकार अदालत ने प्रयाग महतो को धारा 325 में तीन साल सश्रम कारावास एवं 5 हजार अर्थदण्ड की सजा सुनायी है। अर्थदण्ड की राशि जमा नहीं करने पर प्रयाग को दो माह अतिरिक्त कारावास की सजा भुगतनी पड़ेगी। वहीं धारा 325 भादवि में एक अन्य दोषी 75 वर्ष से अधिक उम्र रहने के कारण रेशमन महतो को जमानत दे दी।
उल्लेखनीय रहे कि हीरोडीह थाना क्षेत्र के नईटांड़ गांव में 27 जून 2008 को जमीन विवाद में खीरो महतो की टांगी से मारकर हत्या कर दी गयी थी। इस मामले में अदालत ने 17 सितंबर को ही पांचों को दोषी ठहराया था तथा सजा के बिंदुओं पर सुनवायी के लिए सोमवार की तिथि निर्धारित की थी। अदालत में अभियोजन पक्ष से एपीपी कृष्णा राय एवं बचाव पक्ष से अधिवक्ता शंकरलाल खेतान ने मुकदमें की पैरवी की।
क्या था मामला : इस मामले के सूचक चेतलाल महतो पिता रेशो महतो हैं। सदर अस्पताल में ईलाज के दौरान खीरो महतो की मौत हो गयी थी। नगर थाना पुलिस पदाधिकारी द्वारा सदर अस्पताल में चेतलाल महतो के लिए गए फर्द बयान के आधार पर इस मामले को लेकर हीरोडीह थाना में कांड संख्या 46/08 के तहत प्राथमिकी दर्ज की गयी थी। फर्द बयान में चेतलाल ने कहा था कि राजू महतो, दरबारी महतो, प्रयाग महतो, रेशमन महतो तथा प्रयाग महतो नाजायज मजमा बनाकर हरवे हथियार से लैश होकर उसके धान लगे खेत को जोत रहे थे। ये सभी उनकी जमीन को हड़पना चाहते थे।
जानकारी मिलने के बाद जब वे पूछने गए तो ये लोग टांगी से मारने लगे। उनके द्वारा हो-हल्ला करने पर उनका बेटा खीरो महतो पहुंचा तो उसे प्रयाग महतो एवं गुजर महतो पकड़ कर टांगी से मारकर बुरी तरह घायल कर दिया। इसके अलावा उनके दो अन्य बेटे केशर महतो एवं प्रभु महतो को भी ये लोग मारकर घायल कर दिए। इसके बाद जख्मी हालत में सभी को ईलाज के लिए सदर अस्पताल लाया गया जहां ईलाज के दौरान उनके एक बेटे खीरो महतो ने दम तोड़ दिया।