डीबीएमएस का छात्र नाले में बहा, मौत
शहर में शुक्रवार शाम हुई प्री मानसून बारिश ने एक बच्चे की जान ले ली। घटान आजादनगर रोड नंबर-13 में हुई, जहां सात साल का मासूम फरहान नाले में बह गया। वह डीबीएमएस के क्लास वन ए का छात्र था। करीब तीन...
शहर में शुक्रवार शाम हुई प्री मानसून बारिश ने एक बच्चे की जान ले ली। घटान आजादनगर रोड नंबर-13 में हुई, जहां सात साल का मासूम फरहान नाले में बह गया। वह डीबीएमएस के क्लास वन ए का छात्र था। करीब तीन घंटे बाद उसका शव स्वर्णरेखा नदी में मिला। फरहान धतकीडीह बी ब्लॉक में रहता था और गर्मी की छुट्टियों में अपनी मां नीलोफर के साथ अपने नाना अमजद अली के घर आया हुआ था। उसके पिता मयूर खान दुबई में कार्यरत हैं और अभी वहीं हैं।
ऐसे हुआ हादसा
स्थानीय लोगों के अनुसार शाम चार बजे जब बारिश थमी तो फरहान अपनी बहन अक्शा और दो अन्य बच्चों के साथ घर के सामने नाले के किनारे खेलने चला गया। तीन किलोमीटर का लम्बा नाला लगभग आठ फिट चौड़ा और दस फिट गहरा है, जो रोड नंबर 13 से होकर स्वर्णरेखा नदी तक जाता है। लेकिन, नाले की चहारदीवारी कहीं नहीं है। अगर कहीं है भी तो उसकी ऊंचाई महज आधा फुट ही है।
फरहान उसी चहारदीवारी पर बैठकर उफान मार रहे पानी में हाथ डाल रहा था कि अचानक उसका संतुलन बिगड़ा और वह नाले में जा गिरा। पानी की तेज धार में बहता हुआ वह लगभग ढाई किलोमीटर दूर स्वर्णरेखा नदी में जा गिरा। आजादनगर रोड नंबर 13 से लेकर स्वर्णरखा नदी तक रास्ते में जितने भी पुलिया थे वहां बच्चे की तलाश की गई। अंतत: गोताखार स्वर्णरेखा नदी से मिलने वाले नाले के मुहाने वाले इलाके में उतरे, तब फरहान का शव पत्थरों में फंसा मिला। उसे निकालकर लोग एमजीएम अस्पताल ले गए, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया गया।
पुलिस पहुंची मौके पर, लिया बयान
घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची। घटनास्थल की जांच के बाद परिवार वालों का बयान कलमबंद किया। बच्चे का शव मिलने के बाद लोगों में काफी आक्रोश था और पूरी घटना में वे लोग मानगो अक्षेस की लापरवाही बता रहे थे। मानगो के बगानशाही से लेकर कुंवर बस्ती तक लम्बा नाला सड़क के किनारे है और नाले में जाने से बचने के लिए कहीं भी दीवार नहीं बनी है।
पिता के आने के बाद होगा निकलेगा जनाजा
रात में बच्चे के शव को मानगो रोड नंबर-13 स्थित ननिहाल से धतकीडीह उसके घर ले जाया गया। उसके बाद उसे टीएमएच के शीतगृह में रख दिया गया। दुबई से उसके पिता मयूर खान शनिवार को जमशेदपुर आ रहे हैं। उनके आने के बाद बच्चे का जनाजा धतकीडीह कब्रिस्तान में दफनाया जाएगा।