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कृषि मंत्री ने स्वास्थ्य महकमे को भी खरी सुनाते हुए लापरवाह कार्यशैली के लिए फटकारा

झारखंड के देवघर जिले के पालाजोरी प्रखंड के अंतिम छोर पर स्थित कसरायडीह पंचायत के सटकी गांव में डायरिया ने अपना पैर फैला दिया है। डायरिया की चपेट में आने से लतिका दासी(61) की मौत हो गई है, जबकि 18 लोग...

कृषि मंत्री ने स्वास्थ्य महकमे को भी खरी सुनाते हुए लापरवाह कार्यशैली के लिए फटकारा
लाइव हिन्दुस्तान टीमSat, 03 Sep 2016 08:37 AM
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झारखंड के देवघर जिले के पालाजोरी प्रखंड के अंतिम छोर पर स्थित कसरायडीह पंचायत के सटकी गांव में डायरिया ने अपना पैर फैला दिया है। डायरिया की चपेट में आने से लतिका दासी(61) की मौत हो गई है, जबकि 18 लोग आक्रांत हैं।  गांव में डायरिया फैलने की सूचना स्वास्थ्या महकमे को तीन दिन तक नहीं थी जबकि गांव में उपस्वास्थ्य केंद्र संचालित है। डायरिया पीड़ितों का इलाज गांव के लोग ग्रामीण डॉक्टर से करा रहे थे। शुक्रवार को ग्रामीणों की सूचना पर कृषि मंत्री रणधीर सिंह ने मामले की जानकारी सीएचसी अधिकारियों को दी। निर्देश दिया कि अविलंब टीम लेकर गांव में कैंप करें। मंत्री के निर्देश पर सीएचसी की प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. एनी एलीजाबेथ व डॉ. लियाकत अंसारी ने एएनएम व अन्य कर्मियों के साथ गांव पहुंचकर डायरिया पीड़ित लोगों का इलाज शुरू कर दिया है। कृषि मंत्री ने स्वास्थ्य महकमे को भी खरी-खरी सुनाते हुए लापरवाह कार्यशैली के लिए फटकार भी लगाई। उन्होंने स्वास्थ्य टीम को निर्देश दिया कि जब तक गांव की स्थिति सामान्य नहीं हो जाती है तब तक लगातार कैंप करें। मंत्री ने गांव के 1-1 मरीजों से मुलाकात कर उनका हाल जाना। डायरिया की चपेट में आने से मरी एक महिला के परिजनों को आश्वासन दिया कि उन्हें हरसंभव सरकारी सहायता दिलाई जाएगी।

18 मरीजों की पहचान की गई है
गांव में वैसे तो डायरिया के कुल 18 मरीजों की पहचान की गई है, लेकिन उन 18 में से 5 मरीज एक ही परिवार के हैं। गांव में एक साल की सविता कुमारी के साथ 5 साल की कविता कुमारी के अलावे फूल कुमारी देवी, राजेश गौरांय, श्याम दास, बैजनाथ दास, उज्ज्वल राय, चंदना देवी, फूलो देवी, भोलानाथ दत्ता, दिपाली देवी, मुकुला देवी, मानिक दास, जलधर दास, पूर्णिमा दास सहित अन्य लोग डायरिया से आक्रांत है। लोगों ने गांव की सहिया की भूमिका पर भी सवाल उठाए हैं।

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