रसोई गैस पर सब्सिडी छोड़ने में जमशेदपुर सबसे आगे
झारखंड में रसोई गैस की सब्सिडी छोड़ने में जमशेदपुर के उपभोक्ता सबसे आगे हैं। लेकिन, इसमें संपन्न तबके का योगदान निराशाजनक है। जमशेदपुर में सब्सिडी छोड़ने में सबसे आगे रिटायर शिक्षक या कर्मचारियों से...
झारखंड में रसोई गैस की सब्सिडी छोड़ने में जमशेदपुर के उपभोक्ता सबसे आगे हैं। लेकिन, इसमें संपन्न तबके का योगदान निराशाजनक है।
जमशेदपुर में सब्सिडी छोड़ने में सबसे आगे रिटायर शिक्षक या कर्मचारियों से लेकर मध्यम वर्ग के लोग शामिल हैं।
झारखंड के 45 हजार लोगों ने छोड़ी सब्सिडी
राज्य के लगभग नौ लाख उपभोक्ताओं में से 45 हजार ने सब्सिडी छोड़ी है। इनमें से जमशेदपुर के नौ हजार चार सौ उपभोक्ताओं ने सब्सिडी छोड़ी है। इसके बाद रांची के लगभग नौ हजार और धनबाद के लगभग चार हजार उपभोक्ताओं ने सब्सिडी का स्वेच्छा से त्याग किया है। जमशेदपुर में सब्सिडी छोड़ने वालों में कंपनी के अधिकारियों की संख्या सबसे अधिक हैं। इसके बाद सेना के रिटायर जवान, जनप्रतिनिधि और कर्मचारियों के नाम शामिल हैं।
घटती गई सब्सिडी
जनवरी 2015 में घरेलू गैस सिलेंडर पर सब्सिडी की राशि 371 रुपये थी। फरवरी 2016 में अधिकतम कीमत 657 रुपये तय हुई तो सब्सिडी घटकर 140 रुपये हो गई।
संपन्न वर्ग के लोगों को रसोई गैस की सब्सिडी छोड़ने के मामले में और भी उदारता दिखानी होगी। इस दिशा में उनका योगदान अपेक्षित है। इसके लिए प्रचार-प्रसार भी किया जा रहा है। विशेषकर दस लाख रुपये सालाना आय करने वाले लोगों से सब्सिडी छोड़ने की अपील की गई है, जिससे गरीबों को सब्सिडी दी जा सके।
-राकेश सरोज, वरीय एरिया मैनेजर, इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन